करौली. जिले के उचित मूल्य दुकानदार की ओर से बांसवाड़ा और भीलवाड़ा जिले के बायपास कैटेगरी के उपभोक्ताओं का पोर्टेबिलिटी सिस्टम यानी की फर्जीकारी के माध्यम से गेहूं उठाने का मामला सामने आया है. फर्जीकारी का मामला सामने आने पर जिला रसद विभाग सतर्क हो गया.
विभाग ने जांच पड़ताल कर उचित मूल्य दुकानदार के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है. विभाग का दावा है की जिले में अन्य उचित मूल्य दुकानदार भी ऐसे मामलों में लिप्त हैं. जिनके खिलाफ भी जल्द ही पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.
जिला रसद अधिकारी रामसिंह मीना ने बताया की सपोटरा पंचायत समिति के ग्राम पंचायत खेडला के उचित मूल्य दुकानदार राजेंद्र मीणा की ओर से बांसवाड़ा और भीलवाड़ा जिले के बायपास कैटेगरी के उपभोक्ताओं का पोर्टेबिलिटी सिस्टम यानी की फर्जीकारी के माध्यम से गेहूं उठाने का मामला सामने आया.
वहीं, जिला रसद विभाग के प्रवर्तक निरीक्षकों की टीम की ओर से जांच पड़ताल कराई गई तो राजेंद्र मीणा की ओर से इन जिलों के उपभोक्ताओं के लगभग सत्ततर (77) क्विंटल गेहूं फर्जी तरीके से ट्रांजैक्शन करके उठाए गए हैं. फर्जी तरीके से गेहूं उठाने के मामले में उचित मूल्य दुकानदार दोषी निकला है. जिसको लेकर विभाग की तरफ से सपोटरा थाने में उचित मूल्य दुकानदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कराया गया है.
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इसके अलावा उचित मूल्य दुकानदार के खिलाफ जांच की जा रही है. विभाग का दावा है की जिले में एक दो जगह पर ओर ऐसे उचित मूल्य दुकानदार हैं. जिन्होंने फर्जीकारी करके ऐसे गेहूं उठाए हैं. जिनके खिलाफ भी विभाग जल्द ही मुकदमा दर्ज करवाने वाला है.
बता दें की इस नई तरह की ठगी के द्वारा गेहूं उठाने का मामला सामने आने पर विभागीय अधिकारी भी चौक गए. विभागीय जांच में इन उपभोक्ताओं का गेहूं एक राशन डीलर की ओर से उठाए जाने की बात सामने आने पर रसद विभाग ने तुरंत इंस्पेक्टरों की टीम नियुक्त कर मामले का खुलासा करते हुए राशन डीलर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. ताज्जुब की बात यह है की जिस डीलर ने यह ठगी का मामला किया है. वह खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामलात मंत्री रमेश चंद्र मीना के विधानसभा क्षेत्र का ही डीलर है.