करौली. राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में सघन टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा. जिसमें 3 से 16 अक्टूबर तक विभागीय टीमें घर-घर दस्तक देकर टीबी रोगी चिन्हित करेंगी. जिससे उनका समुचित उपचार हो सके.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश चंद मीणा ने बताया कि जिले में प्रस्तावित टीबी रोगी खोज अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता प्रत्येक सी-टाइप गांव, ईंट-भट्ठा, झुग्गी झोपड़ी, जेल और अन्य चिन्हित स्थानों में जाकर सर्वे करेंगे. प्रत्येक टीम में एक एएनएम और एक आशा होंगी, जो प्रतिदिन कम से कम 250 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करेंगी.
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सर्वे के दौरान जिस भी घर में किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, भूख कम लगना, लगातार वजन में गिरावट, बलगम में खून आदि लक्षण मिलेंगे, उन्हें संभावित टीबी रोगी मानते हुए चिन्हित किया जाएगा. इसके बाद नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में बलगम की जांच, एक्सरे जांच करवाई जाएंगी. टीबी रोग की पुष्टि होने पर उसका उपचार प्रारंभ किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उपचार समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर निःशुल्क किया जा रहा है और दवा भी उपलब्ध है. साथ ही निक्ष्य पोषण योजना के तहत पात्र क्षय रोगियों को प्रतिमाह पोषण राशि भी सरकार की ओर से दी जा रही है.
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जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय सिंह मीणा ने बताया अभियान को सफल बनाने के लिए गत दिवस जिला स्तर से ब्लॉक स्तरीय कार्मिकों को प्रशिक्षण भी दे दिया गया है. अब आशा सहयोगिनी, एएनएम और अन्य स्वास्थ्य कार्मिकों द्वारा घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शनिवार से प्रारंभ किया जाएगा और संभावित टीबी रोगी को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच के लिए पहुंचाया जाएगा.