करौली. विश्वव्यापी महामारी घोषित हो चुकी कोरोनावायरस से निपटने के लिए जहां सीएम अशोक गहलोत ने 31 मार्च तक राजस्थान लॉकडाउन करने का निर्णय किया है. वहीं जिला प्रशासन बाहर से आने वाले नागरिकों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
बता दें, कि जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मंडरायल इलाके के राजघाट पर मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा को सील कर दिया है. वहां पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं. जवानों द्वारा मध्यप्रदेश से आने वाले प्रत्येक वाहन और राहगीरों को रोककर समझा-बुझाकर उनको अपने घरों पर वापस भेजा जा रहा है. ज्यादा आपातकालीन स्थिति मे यात्री की स्क्रीनिग कर प्रशासन से अनुमति लेकर ही उसे आगे बढ़ने दिया जा रहा है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस की बढ़ती भयानक स्थिति को देखते हुए सरकार के निर्देश के बाद जिला प्रशासन में राजस्थान-मध्य प्रदेश की सीमा को सील करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत जो भी राहगीर मध्य प्रदेश से आ रहा है. उसे समझा-बुझाकर वापस अपने घरों पर ही भेजा जा रहा है.
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ज्यादा आपातकालीन स्थिति में चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग करवाकर प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद ही उसे अपने गंतव्य स्थान पर भेजा जा रहा है. लोगों से समझाइश की जा रही है, कि कोरोना वायरस विश्वव्यापी बीमारी बन चुकी है और इससे बचाव ही उपचार है. इस पर लोग इस बीमारी को समझकर हमारा साथ भी दे रहे हैं.
बता दें, कि जिले के मंडरायल इलाके के समीपवर्ती मध्यप्रदेश राज्य में स्थित सबलगढ़ में कोरोना के संदिग्ध रोगी मिलने के बाद प्रशासन एहतियात बरतते हुए मध्यप्रदेश की सीमा को सील करने का निर्णय लिया है. जिसके बाद वहां पर पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई है. जो मध्य प्रदेश से आने वाले राहगीरों को वापस अपने घरों पर वापस लौटा रहे हैं.