करौली. जिले की पंचायत समिति सपोटरा से भाजपा समर्थित निर्वाचित प्रधान कमली देवी को राज सरकार की ओर से निलंबित कर (Panchayat Samiti Sapotra BJP president suspended) दिया है. निलंबन में कारण कर्तव्य के प्रति लापरवाही, संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करने में असफल और राज सरकार की ओर से जारी की गई राशि को नियमानुसार खर्च नहीं करना बताया गया है.
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महावीर प्रसाद नायक ने बताया कि पंचायत समिति सपोटरा के (Congress candidate made acting head of Sapotra) प्रधान पद पर भाजपा प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित कमली देवी को निलंबित किया गया है. जबकि प्रधान का चार्ज कमलेशी देवी उपप्रधान को दिया गया है. कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व कमलेशी देवी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई. निर्वाचित प्रधान कमली देवी के नाम को कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद मिटा दिया गया. अचानक हुए इस बदलाव को सपोटरा की राजनीति में बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है.
वहीं कांग्रेस समर्थित उप प्रधान कमलेशी देवी के प्रधान पद की शपथ लेने के बाद कार्यभार ग्रहण करने के दौरान कांग्रेस समर्थकों में जबरदस्त खुशी का माहौल नजर आया. लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आए. वहीं, इस मामले में प्रधान कमली देवी ने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप मनगढ़ंत और निराधार हैं. जबकि मैने पूर्व में अनेकों बार साधारण सभा की मीटिंग करवाने के लिए पत्र लिखे जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि कई बार विकास अधिकारी से लेकर शासन सचिवालय तक और पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को पत्र के जरिए अवगत कराया है. लेकिन राजनीतिक द्वेषता के कारण न तो विकास कार्यों की स्वीकृति करवाई न ही साधारण सभा की मीटिंग होने दी. साथ ही 1 साल के कार्यकाल में 1 दर्जन से अधिक विकास अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है.