करौली. मोहन लाल यादव ने अपनी प्राथमिकताओं की चर्चा करते हुए कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि गरीब व्यक्ति जो जिला प्रशासन के पास अपने कार्य के लिए आते हैं, उनके काम प्राथमिकता से किए जाएं. उन्होंने कहा कि कलक्ट्रेट के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी किसी गरीब एवं जरूरतमंदों के छोटे-छोटे कामों को समझकर उनके निराकरण का प्रयास करेंगे.
उन्होंने कहा कि लोगों के काम करने से जनता में प्रशासन की छवि उभरेगी. इसलिए कर्मयोग के साथ सभी अधिकारी एवं कर्मचारी टीम भावना के साथ उसी दिशा में कार्य करेंगे तो निश्चित ही गरीब एवं जरूरतमंदों को संतोष मिलेगा. इसी दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है. राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इस ओर काम करने की जरूरत है.
करौली के नए कलेक्टर ने कहा कि हर जिले, शहर और गांव का अपना-अलग मिजाज होता है. अधिकारी को उसके अनुसार ही काम कर उसकी प्राथमिकता तय करनी पड़ती है. हमारा यह प्रयास रहेगा कि सभी के सहयोग से लोगों के जीवन स्तर को सुधारा जाए. सभी के सहयोग से जिले के विकास को गति दी जा सकती है.
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उन्होंने आगे कहा कि एक कलेक्टर जिले में सरकार का प्रतिनिधित्व करता है. वह सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन करते समय उस जिले की आवश्यकताओं को देखकर कार्य करता है. लोकतंत्र में हर व्यक्ति हमसे एक अपेक्षा रखता है, इसलिए हमें उन अपेक्षाओं पर खरा उतरने की आवश्यकता है.
डॉ. यादव ने कहा कि गरीब तबके के लोगों को जिला प्रशासन से मिलने का इन्तजार नहीं करना पड़ेगा. हमारा आचरण और व्यवहार ऐसा नहीं होना चाहिये, जिससे कि किसी दूसरे को दुख पहुंचे. उन्होंने कहा कि अप्रसन्न रहने वाली बातों को खत्म करके ही हम प्रसन्न रह सकते हैं. हमारे कार्य व्यवहार में गलतियों की गुन्जाइश नहीं होनी चाहिए. हम अधिकारों और कर्तव्यों को संतुलित करके ही किसी अंजाम तक पहुंच सकते है.