करौली. जिला मुख्यालय के रोडवेज बस स्टैंड पर रविवार को करौली विधायक लाखन सिंह ने इंदिरा रसोईघर का फीता काटकर विधिवत रूप से उद्घाटन किया. इस दौरान विधायक ने मीनू के अनुसार खाने की गुणवत्ता परखने के लिए एसडीएम देवेंद्र सिंह परमार के साथ भोजन भी किया. इस दौरान विधायक ने भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई रखने के अधिकारियों को निर्देश दिए.
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती एवं सद्भावना दिवस पर 20 अगस्त को प्रदेशभर में इंदिरा रसोई की शुरुआत खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीसी के जरिये की थी. इसके बाद प्रारंभिक तौर पर नगर परिषद करौली और हिंडौन और नगर पालिका टोड़ाभीम क्षेत्र में एक-एक रसोई की शुरुआत की गई थी.
योजना के अनुसार भोजन की टोकन मनी आठ रुपए है और भोजन बैठाकर खिलाया जाएगा. हालांकि, इसमें टेकअवे की सुविधा भी रखी गई है, यानी टिफिन में भोजन पैक कराकर ले जा सकते हैं. भोजन सुबह 8.30 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम को 6 से रात 9.30 बजे तक का समय है, इसमें शीघ्र ही बदलाव भी किया जाएगा.
मेन्यू में प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और अचार उपलब्ध कराना निर्धारित है. खास यह है कि इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी होगी. मोबाइल एप और सीसीटीवी से रीयल टाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है.
लाभार्थी की ओर से कूपन लेते ही मोबाइल पर एसएमएस से सूचना आएगी, लाभार्थी का फोटो खिंचते ही स्टेट पोर्टल पर स्वत: ही अपलोड हो जाएगा. स्टेट डाटा सेंटर पर लाभार्थी संख्या का प्रमाणीकरण होगा. प्रदेश की 213 निकायों में 352 रसोई खोली गई हैं. राज्य सरकार ने इसके लिए 100 करोड़ रुपए का पूर्व में ही प्रावधान भी कर दिया है.
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योजना के तहत प्रतिवर्ष 4 करोड 87 लाख लोगों को खाना मुहैया कराने का लक्ष्य है. लिहाजा, इसे तमिलनाडु की अम्मा रसोई मॉडल की तर्ज पर प्रदेश में शुरू किया गया है. ताकि, जरूरतमंदों को सस्ती दर पर 2 वक्त का भरपेट भोजन मिल सके. इसके बाद रविवार को करौली विधायक लाखन सिंह ने रोडवेज बस स्टैड पर इंदिरा रसोईघर का विधिवत उद्घाटन किया है.
इस दौरान नगर परिषद आयुक्त पंकज मीणा, रसोईघर के संचालक रमाकांत शर्मा, विवेक शर्मा, पार्षद माजिद खान सहित जनप्रतिनिधि अधिकारी मौजूद रहे.