करौली. जिले के चिकित्सा संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन 10 मई को किया जाएगा. इसमें ज्यादा जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उनका इलाज किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद मीना ने बताया कि इस दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गर्भवती महिलाओं में सोशल डिस्टेंस सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण गाइडलाइंस का पूरा ध्यान रखा जाएगा. साथ ही गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी भी दी जाएगी.
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डॉ. मीना ने बताया कि प्रत्येक माह चिकित्सा संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें गर्भ में पल रहे शिशु और खुद की देखभाल के गुर बताते हुए पोषण के बारे में जानकारी दी जाती है. पीएमएसएमए दिवस पर गर्भवती महिलाओं के हिमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर, शुगर, लंबाई, एचआईवी और सिफलिश की जांच की जाएगी. साथ ही चिकित्सक गर्भवती महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु की देखभाल की जानकारी देते हुए पौष्टिक आहार लेने की सलाह देंगे.
डॉ. मीना ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं देने के उद्देश्य से सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया जाता रहा है, जिससे गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम को कम करने में मदद मिल सके. अभियान में सभी आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जा रही हैं.