करौली. सपोटरा इलाके में शुक्रवार शाम से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया है. सपोटरा पुलिस थाने का मुख्य रास्ता और थाना परिसर दरिया बन गया है. साथ ही रानेटा से हाड़ौती सड़क मार्ग पर स्थित जीरोता नदी का पुल तेज बारिश के कारण टूट गया, जिसके कारण आवागमन बंद हो गया. इसके अलावा खुबपुरा नदी पर पानी का तेज उफान आने से दर्जनों गांवों का संपर्क कट गया है.
दर्जनों गांवों का कटा संपर्क : दरअसल, शुक्रवार शाम से शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार तक जारी रहा, जिसके कारण जीरोता नदी का पुलिस टूट गया. इससे रानेटा से सवाई माधोपुर वाया हाड़ौती सड़क मार्ग पर आवागमन बंद हो गया. ये पुल पिछले महीने ही बनवाया गया था. ग्रामीणों ने ठेकेदार पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उपखंड क्षेत्र की लूलोज नदी पर भी तेज उफान देखने को मिला. ग्रामीणों के अनुसार लुलोज नदी पर रात्रि को पांच फीट उफान होने के कारण एक चौपहिया वाहन पानी में बह गया, जिसको लोगों की मदद से बाहर निकाला जा सका. रात भर आवागमन बंद रहा जिसे शनिवार को चालू किया गया है.
टूटे-कच्चे मकानों में भरा पानी : सपोटरा उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में लोगों के कच्चे घर टूटने की जानकारी भी सामने आ रही है. इसी प्रकार कई घरों और दुकानों में पानी भरने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सपोटरा के लोगों ने प्रशासन से पानी निकासी के प्रबंध करवाने की मांग की है. सपोटरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के भवन में लगातार पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे विधार्थियों और स्कूल प्रशासन में भय का माहौल है.
सवालों पर बचते नजर आए अधिकारी : सपोटरा के जीरोता नदी पर टूटे पुल की घटना को लेकर जब उपखंड अधिकारी यशवंत मीना ने कहा कि फिलहाल पुल पर मिट्टी का भराव करवाकर रास्ते को समतल किया जा रहा है, ताकि आवागमन सुचारू हो सके. वहीं, पीडब्ल्यूडी अधिशासी अधिकारी शरत कुमार मीणा वीसी में होने का हवाला देकर सवाल से पल्ला झाड़ते नजर आए.
सवाई माधोपुर में 1 किशोर की मौत : सवाई माधोपुर जिले के गंगापुरसिटी क्षेत्र में दिल्ली मुम्बई रेलवे लाइन पर बने एक अंडरपास में भरे बारिश के पानी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद शनिवार को अंडरपास के पानी से किशोर का शव बाहर निकाला. इस दौरान मौके पर सैंकड़ो ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. इस दौरान ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव रखकर धरने पर बैठ गए.