करौली. ग्राम पंचायत राजाखेड़ा नादौती की खातेदारी की भूमि पर सरपंच की ओर सेकब्जा किए जाने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है. गांव के लोगों ने सरपंच और एसडीएम पर ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जा करने और मिलीभगत का आरोप लगाया है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़ियासे अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि की उच्चस्तरीय जांच कर जांच में पाए जाने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए नामांतरण को रोकने की मांग भी की है.
ग्रामीणों ने बताया किकुल 7 रकबा3.85 हेक्टेयर भूमि ग्राम पंचायत की खातेदारी की भूमि है. जिस पर ग्राम पंचायत सरपंच रकम भाई और उसके परिवार वालों ने कब्जा कर फसल काश्त कर रखी है.सरपंच ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उपखंड अधिकारी सहित तहसीलदार, विकास अधिकारी से मिलीभगत कर ग्राम पंचायत की भूमि पर तहसीलदार ने धारा 177 आरटीए की कार्रवाई की. जिसका मुकदमा एसडीएम के पास है. एसडीएम ने भी 10 दिनों के अंदर मुकदमे पर कार्रवाई करते हुए फैसला कर दिया.
जिससे ग्राम पंचायत की भूमि को सिवायचक भूमि घोषित कर दिया जो कि न्याय उचित नहीं है. जिसमें एसडीएम तहसीलदार और सरपंच की मिलीभगत साफ नजर आ रही है जो की कानून के खिलाफ है. सरपंच के परिवार के कुछ लोग राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी हैं जिन्होंने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर घोटाला किया है. जिसकी उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. वही मामले में जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने बताया की ग्रामीणों ने शिकायत की है मामले की जांच कराई जाएगी.