करौली. जिला कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को कोरोना जन जागरूकता अभियान को लेकर बैठक आयोजित की गई. जिसमें कलेक्टर ने मौजूद लोगों से जागरूकता अभियान में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने और 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाने की बात कही. साथ ही उन्होंने नगर परिषद करौली, हिण्डौन आयुक्त एवं अधिशाषी अधिकारी टोडाभीम और सपोटरा के अधिशाषी अधिकारी को शहरी क्षेत्र में कोरोना के बचाव के संबंध में आमजन को अधिक से अधिक जागरूक करने के निर्देश दिए.
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कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, 'नो मास्क-नो एंट्री' की पहल को आमजन के हित में एक जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए. जिससे कोरोना जैसी महामारी से बचाव की महत्वता को समझा जा सके. वर्तमान में कोरोना की कोई दवा नहीं है. केवल बचाव ही इसका उपचार है. ऐसे में आमजन मास्क का उपयोग करके, हाथों को बार-बार सैनिटाइज करके और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ अन्य नियमों का पालन करके ही इस महामारी से बच सकता है. जो सबसे सरल भी है.
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इसके अलावा उन्होंने बैठक में मौजूद पदाधिकारियों से अपने-अपने स्तर पर पोस्टर, बैनर और पंपलेट सहित अन्य माध्यमों से आमजन को अधिक से अधिक जागरूक करने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि, व्यापारी अपनी दुकानों पर 'नो मास्क-नो एंट्री' का पालन और अन्य नियमों के प्रति विशेष सतर्कता बरतें. जिले के सभी बैंक अधिकारी बैंक में कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कराएं और सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर कोरोना से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करें.