हिण्डौन सिटी (करौली). जलदाय विभाग में खुलेआम उपभोक्ताओं से लूट की जा रही है, साथ ही प्रदेश सरकार के आदेशों को विभागीय अभियंता ठेंगा दिखा रहे हैं. सरकार ने नए वित्तीय साल से उपभोक्ताओं को जल उपभोग के बिलों में भारी राहत देने के आदेश दिए थे. इसके विपरीत विभाग के अभियंताओं ने उपभोक्ताओं को राहत देने के बजाय लाखों रुपए की अतिरिक्त राशि वसूल कर ली.
जलदाय विभाग में लूट का यह मामला सार्वजनिक होने के बाद विभागीय अभियंता कोई समाधान या उचित आश्वासन देने के बजाय बगल झांकते हुए एक-दूसरे पर जिम्मेदारी टरका रहे हैं. सरकार की ओर से 8 मार्च को जारी अधिसूचना में मिले निर्देशों की पालना में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता आईडी खान ने 13 मार्च को प्रदेश के सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
बैठक में नए वित्तीय साल 1 अप्रैल से घरेलू पेयजल उपभोक्ताओं के लिए जारी होने वाले जल उपभोग के बिलों की राशि निर्धारित की गई. इस अधिसूचना के अनुसार शहरी क्षेत्र के जल उपभोक्ताओं को 49 रुपए 50 पैसे प्रतिमाह का बिल जारी करना था. लेकिन जलदाय विभाग, हिण्डौन के अभियंताओं ने सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए उपभोक्ताओं को पूर्व के अनुसार ही 103 रुपए प्रतिमाह के अनुसार बिल जारी कर दिए. यही नहीं उपभोक्ताओं से इसी अनुसार राशि जमा कर ली गई है. कई उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्होंने अधिक राशि के जारी हुए बिलों को लेकर विभागीय जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का चक्कर लगाए हैं.
वहीं हिण्डौन के एक्सईएन आशाराम मीणा ने बताया कि सॉफ्टवेयर डेवलप नहीं होने से चूक हुई. एक्सईएन कार्यालय में जल उपभोग के बिल जारी करने का कार्य होता है. अप्रैल माह के बिल पुराने सॉफ्टवेयर के अनुसार जारी हो गए, जिससे उपभोक्ताओं को सरकार के निर्देशानुसार राहत नहीं मिल पाई. अगले माह के बिलों में अधिक वसूल की गई राशि को समायोजित कर दिया जाएगा.