ETV Bharat / state

मानसून के पहले दौर में ही मुस्कराने लगे करौली के बांध, बढ़ रही पानी की आवक - राजस्थान

मानसून का पहला दौर जारी है. इस बीच करौली जिले के सभी बांध भी मुस्कराने लगे है. जल संसाधन विभाग के अनुसार बारिश से बांधों में पानी की आवक बढ़ी है. खासकर पांचना बांध में पानी की मात्रा बढ़ी है.

बांधों में बढ़ रही पानी की आवक
author img

By

Published : Jul 21, 2019, 10:07 PM IST

करौली. बीते सालों से मानसून की बेरुखी से मुरझाए बांध इस बार मानसून के पहले दौर की झमाझम बारिश से मुस्कुराने लगे हैं. अभी तक जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बांधों मे पानी की अच्छी आवक है. हालांकि अभी मानसून के दो महीने शेष है, लेकिन उम्मीद है की सूबे में ज्यादातर बांध-तालाब आने वाली बारिश में ही लबालब हो जाएंगे.

बांधों में बढ़ रही पानी की आवक

जिले के प्रमुख पांचना बांध मे कुल गेज 258.62 मीटर में से अबतक 251.20 मीटर पानी बढ़ चुका है. जबकि हिण्डौनसिटी क्षेत्र के प्रमुख जगर बांध में कुल 30 फीट में से अब तक 9.8 फीट पानी की आवक हुई है. वहीं एक माह पहले तक पानी को तरस रहे टोडाभीम के विशनसमंद बांध का पेटा भी कुल 26 फीट में से अबतक 5.9 फीट पानी भरने से हिलोरें मार रहा है.

करौली जल संसाधन विभाग के अधीन जिले में 13 बांध हैं, जिनमें करौली उपखण्ड में तीन पांचना, मामचारी और बांधवा बांध है. सपोटरा में चार बैरूण्डा, कालीसिल, भूमेन्द्र सागर और खिरखिरी बांध है. हिण्डौनसिटी में प्रमुख एक जगर बांध है. टोडाभीम मे विशनसमंद, न्यूटैंक महस्वा और मोहनपुरा के बांध है. नादौती में एक बांध फतेहसागर बांध है. वहीं मंडरायल उपखंड में नीदर बांध है. हालांकि इनमें से कुछ बांधों को अभी पानी आने का इंतजार है.

जिले के प्रमुख बांधों में आया पानी

जल संसाधन विभाग के अनुसार इस वर्ष जिले के बांधों में ठीक-ठाक पानी है जो अच्छी बारिश के साथ पूरे भर जाएंगे. विभाग ने मानसून की तैयारियों को लेकर अपनी पूरी व्यवस्थाएं भी कर ली हैं. आपातकाल आपदा से निपटने के लिए भी तैयारियां को अन्तिम रूप दे दिया है. अगर मानसून भी नहीं आया तो क्षेत्र के किसानों के लिए पानी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्थाओं का दावा किया है.

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्रमुख बांधों में इस वर्ष अब तक पांचना बांध करौली में 258. 62 गेज मीटर की क्षमता में अब तक 251.20 मीटर पानी है है. सपोटरा के कालीसिल बांध में 25 फीट पानी की तुलना में 7.2 फिट पानी है. हिंडौन उपखंड के जगर बांध में 30 फीट पानी की तुलना में 9.8 फीट पानी है. मंडरायल के नीदर बांध में 17 फीट पानी की तुलना में 3.10 फुट पानी है. टोडाभीम के विशनसमंद बांध में 26 फीट पानी की तुलना में 5.9 फुट पानी है. नादौती के फतेहसागर बांध में 16 फीट पानी की तुलना में 6.4 फुट पानी है. सपोटरा के खिरखिरी बांध में 19.6 फीट पानी की तुलना में 3.2 फीट पानी है.

जल संसाधन अधिकारी सुशील गुर्जर ने बताया कि जल संसाधन विभाग की तरफ से मानसून की तैयारियां पूर्ण है. सभी बांधों की स्थिति ठीक है. कोई भी बांध अभी तक खतरे में नहीं है. सभी की रिपोर्ट प्रतिदिन जयपुर भेज दी जाती है. विभाग पूरी तरीके से मानसून के लिए मुस्तैद है.

करौली. बीते सालों से मानसून की बेरुखी से मुरझाए बांध इस बार मानसून के पहले दौर की झमाझम बारिश से मुस्कुराने लगे हैं. अभी तक जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बांधों मे पानी की अच्छी आवक है. हालांकि अभी मानसून के दो महीने शेष है, लेकिन उम्मीद है की सूबे में ज्यादातर बांध-तालाब आने वाली बारिश में ही लबालब हो जाएंगे.

बांधों में बढ़ रही पानी की आवक

जिले के प्रमुख पांचना बांध मे कुल गेज 258.62 मीटर में से अबतक 251.20 मीटर पानी बढ़ चुका है. जबकि हिण्डौनसिटी क्षेत्र के प्रमुख जगर बांध में कुल 30 फीट में से अब तक 9.8 फीट पानी की आवक हुई है. वहीं एक माह पहले तक पानी को तरस रहे टोडाभीम के विशनसमंद बांध का पेटा भी कुल 26 फीट में से अबतक 5.9 फीट पानी भरने से हिलोरें मार रहा है.

करौली जल संसाधन विभाग के अधीन जिले में 13 बांध हैं, जिनमें करौली उपखण्ड में तीन पांचना, मामचारी और बांधवा बांध है. सपोटरा में चार बैरूण्डा, कालीसिल, भूमेन्द्र सागर और खिरखिरी बांध है. हिण्डौनसिटी में प्रमुख एक जगर बांध है. टोडाभीम मे विशनसमंद, न्यूटैंक महस्वा और मोहनपुरा के बांध है. नादौती में एक बांध फतेहसागर बांध है. वहीं मंडरायल उपखंड में नीदर बांध है. हालांकि इनमें से कुछ बांधों को अभी पानी आने का इंतजार है.

जिले के प्रमुख बांधों में आया पानी

जल संसाधन विभाग के अनुसार इस वर्ष जिले के बांधों में ठीक-ठाक पानी है जो अच्छी बारिश के साथ पूरे भर जाएंगे. विभाग ने मानसून की तैयारियों को लेकर अपनी पूरी व्यवस्थाएं भी कर ली हैं. आपातकाल आपदा से निपटने के लिए भी तैयारियां को अन्तिम रूप दे दिया है. अगर मानसून भी नहीं आया तो क्षेत्र के किसानों के लिए पानी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्थाओं का दावा किया है.

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्रमुख बांधों में इस वर्ष अब तक पांचना बांध करौली में 258. 62 गेज मीटर की क्षमता में अब तक 251.20 मीटर पानी है है. सपोटरा के कालीसिल बांध में 25 फीट पानी की तुलना में 7.2 फिट पानी है. हिंडौन उपखंड के जगर बांध में 30 फीट पानी की तुलना में 9.8 फीट पानी है. मंडरायल के नीदर बांध में 17 फीट पानी की तुलना में 3.10 फुट पानी है. टोडाभीम के विशनसमंद बांध में 26 फीट पानी की तुलना में 5.9 फुट पानी है. नादौती के फतेहसागर बांध में 16 फीट पानी की तुलना में 6.4 फुट पानी है. सपोटरा के खिरखिरी बांध में 19.6 फीट पानी की तुलना में 3.2 फीट पानी है.

जल संसाधन अधिकारी सुशील गुर्जर ने बताया कि जल संसाधन विभाग की तरफ से मानसून की तैयारियां पूर्ण है. सभी बांधों की स्थिति ठीक है. कोई भी बांध अभी तक खतरे में नहीं है. सभी की रिपोर्ट प्रतिदिन जयपुर भेज दी जाती है. विभाग पूरी तरीके से मानसून के लिए मुस्तैद है.

Intro:बीते सालो मे मानसून की बेरुखी से मुरझाए हुए रहे..बांध इस बार मानसून के पहले दौर की झमाझम बारिश से मुस्कुराने लगे हैं..अभी तक जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाधों मे पानी की अच्छी आवक है..हालांकि अभी मानसून के दो महीने शेष है, किंतु उम्मीद है की सूबे में ज्यादातर बांध-तालाब आने वाली बारिश में ही लबालब हो जाएंगे..


Body:

मानसून की बेरुखी से मुरझाए बांध मानसून के पहले दौर की झमाझम बारिश से लगे मुस्कुराने,


करौली


बीते सालो मे मानसून की बेरुखी से मुरझाए हुए रहे..बांध इस बार मानसून के पहले दौर की झमाझम बारिश से मुस्कुराने लगे हैं..अभी तक जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाधों मे पानी की अच्छी आवक है..हालांकि अभी मानसून के दो महीने शेष है, किंतु उम्मीद है की सूबे में ज्यादातर बांध-तालाब आने वाली बारिश में ही लबालब हो जाएंगे..



जिले के प्रमुख पांचना बांध मे कुल गेज,258.62 मीटर मे से अबतक 251.20 मीटर पानी बढ़ चुका है,जबकि हिण्डौनसिटी क्षेत्र के प्रमुख जगर बांध में कुल 30 फीट मे से अब तक 9.8 फीट पानी की आवक हुई है..वहीं एक माह पहले तक पानी को तरस रहे टोडाभीम के  विशनसमंद बांध का पेटा भी कुल 26 फीट मे से अबतक 5.9 फीट पानी भरने से हिलोरें मार रहा है...करौली जल संसाधन विभाग के अधीन जिले में 13 बांध हैं, जिनमें करौली उपखण्ड में तीन, पांचना,मामचारी और बांधवा बांध है,सपोटरा में चार, बैरूण्डा, कालीसिल भूमेन्द्र सागर खिरखिरी बांध है.. हिण्डौनसिटी में प्रमुख एक जगर बांध है..टोडाभीम मे विशनसमंद, न्यूटैंक महस्वा और मोहनपुरा के बांध है..नादौती में एक बांध फतेहसागर बांध है.. वही मंडरायल उपखंड में नीदर बांध है..

हालांकि इनमें से कुछ बांधों को अभी पानी आने का इंतजार है..

 

जिले के प्रमुख बांधों में आया पानी...


जल संसाधन विभाग के अनुसार इस वर्ष जिले के बांधों में ठीक-ठाक पानी है जो मानसून के ठीक आने पर पूरे भर जाएंगे.. विभाग ने मानसून की तैयारियों को लेकर अपनी पूरी व्यवस्थाएं भी कर ली हैं.. आपातकाल आपदा से निबटने के लिए भी तैयारियां को अन्तिम रूप दे दिया है.. अगर मानसून भी नहीं आया तो क्षेत्र के किसानों के लिए पानी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्थाओ का दावा किया है.. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्रमुख बांधो मे इस वर्ष अब तक पांचना बांध करौली में 258. 62 गेज मीटर की क्षमता में अब तक 251.20 मीटर पानी है है.. सपोटरा के कालीसिल बांध में 25 फीट पानी की तुलना में 7.2 फिट पानी है.. हिंडौन उपखंड के जगर बांध में 30 फीट पानी की तुलना में 9.8 फीट पानी है.. मंडरायल के नीदर बांध में 17 फीट पानी की तुलना में 3.10 फुट पानी है.. टोडाभीम के विशनसमंद बांध में 26 फीट पानी की तुलना में 5.9 फुट पानी है..नादौती के फतेहसागर बांध में 16 फीट पानी की तुलना में 6.4 फुट पानी है.. सपोटरा के खिरखिरी बांध में 19.6 फीट पानी की तुलना में 3.2 फीट पानी है...


जल संसाधन अधिकारी सुशील गुर्जर ने बताया कि जल संसाधन विभाग की तरफ से मानसून की तैयारियां पूर्ण है.. सभी बांधो की स्थिति ठीक है.. कोई भी बांध अभीतक खतरे में नहीं है.. सारे सही कंडीशन में है..सभी की रिपोर्ट प्रतिदिन जयपुर भेज दी जाती है.. विभाग पूरी तरीका से मानसून के लिए मुस्तैद है.. जल्दी-ही मानसून आए ....


वाईट-----सुशील गुर्जर जल संसाधन विभाग अधिकारी





Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.