करौली. जिले के सपोटरा उपखंड मुख्यालय के मध्य स्थित पांच दशक पुराने खादी भंडार भवन पर भू माफियाओं ने गिद्ध कि तरह नजर लगा रखी है. भूमाफियाओं की ओर से खादी भंडार भवन को रोजाना रात के समय में गिराया जा रहा है. वहीं, चौंकाने वाली बात यह है कि करोड़ों के बेशकीमती भवन को रोजाना गिराने के बावजूद उपखंड प्रशासन मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जता रहा है.
दरअसल उपखंड मुख्यालय के चर्चित और बेशकीमती खादी ग्रामोद्योग के पांच दशक से अधिक समय से निर्मित पुराने भवन को गिराने की साजिश के तहत कुछ महीनों पहले भू-माफियाओं ने विस्फोट लगाकर भवन को गिराने की साजिश रची थी. भू-माफिया की ओर से भवन को विस्फोट से उड़ाने की साजिश के तहत विस्फोट के धमाकों की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाकों में तेज गूंज सुनाई दी. जिससे चारों ओर दहशत का माहौल पैदा हो गया था.
खादी भंडार भवन में हुए विस्फोट की सूचना लोगों ने पुलिस को दी तो तत्काल पुलिस निरीक्षक हरजीलाल यादव ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल से जानकारी जुटाई थी. जिसके अगले दिन एसएफएल टीम प्रभारी अरुण चतुर्वेदी के नेतृत्व में टीम ने विस्फोट के साक्ष्य जुटाएं, लेकिन एसएफएल टीम कोई नतीजे पर नहीं पहुंच पाई. इस पर एफएसएल टीम की सलाह पर सपोटरा पुलिस निरीक्षक हरजी लाल यादव ने विस्फोट की जांच के लिए बम निरोधक विशेषज्ञों से जांच करवाने के लिए आला अधिकारियों को पत्र भी लिखा था.
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वहीं, खादी भंडार भवन में हुए विस्फोट की जांच के लिए जयपुर से स्पेशल बम निरोधक विशेषज्ञों का एक दस्ता मौके पर भी पहुंचा. इसके बाद डॉग स्क्वायड की मदद से विस्फोट के बारे में जानकारियां जुटाई थी, लेकिन तब कोई भी भू-माफिया अपना हक जताने के लिए सामने नहीं आया. मामले पर जब एसडीएम ओमप्रकाश मीना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले में उनको कोई जानकारी नहीं है. साथ ही कहा कि मीडिया के माध्यम से जानकारी सामने आई है. उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी के लिए संबंधित तहसीलदार और पटवारी को बुलाकर जांच करवाकर रिपोर्ट लेंगे. जिसके बाद जांच करवाया जाएगा.