करौली. महिला अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजनान्तर्गत जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई. इसमें जिला कलेक्टर ने जन्म लिंगानुपात, बालिका शिक्षा एवं भ्रूण हत्या रोकथाम में उचित कदम उठाने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक प्रभाती लाल जाट ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा गत बैठक के एजेण्डा में लिए गए निर्णयों की पालना में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के जिला स्तरीय एक्शन प्लान पर चर्चा की गई एवं बैठक में कार्ययोजना की क्रियान्वयन की प्रगति कुडगांव, सपोटरा एवं डाबरा में कन्या वाटिका पर चर्चा करते हुए विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने बताया कि शहर एवं गांवो में मकान की पहचान बिटिया के नाम पर करने, घर का नामकरण या नेम प्लेट लाडो के नाम पर करने, ग्राम पंचायत स्तर पर प्रमुख मार्ग को लाडली मार्ग, पंचायत भवन व चौपाल का नाम लाडली चौपाल पर करने के लिए दिशा निर्देश दिए.
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उन्होंने बताया कि महिला जिला प्रमुख, प्रधान और सरपंच अपने कार्यालय के मीटिंग हॉल का नामकरण लाडली वार्ड घोषित करने और गांवों में हर वर्ष मेधावी और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं को लाडली ग्राम गौरव पुरुस्कार देने, शहरो में प्रमुख पार्क और तिराहे, चौराहे या सार्वजनिक स्थल को लाडो के नाम पर घोषित कर बेटी बचाने के प्रतीकात्मक स्टैच्यू बनवाने और स्कूलों को प्राथमिक शिक्षा के दौरान लिंगभेद समानता के साथ बालिकाओं का सम्मान करने के सुझाव दिए.