करौली. शहर के ट्रक यूनियन इलाके मे गुरुवार रात मामूली बात पर बदमाशों ने फायरिंग कर एक वेटर की हत्या कर दी और दूसरा गम्भीर रूप से घायल है. दुकान पर फायरिंग होने से करौली में सनसनी फैल गई. घटना को लेकर शहर के लोगों ने बाजार बन्द कर के विरोध जताया. वहीं परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया है.
जानकारी के अनुसार ट्रक यूनियन के पास दमा आलू के ढाबे पर दो तीन बदमाश खाना खा रहे थे. इसी दौरान उनमें से एक ने दुकान में थूक दिया. इस पर ढाबा संचालक ने उसको थूकने पर टोका तो आरोपी नाराज होकर चला गया. कुछ देर बाद वो अपने साथ तीन-चार लड़कों को लेकर आया और ढाबा संचालक के नजदीक जाकर उसको गोली मारने के लिए फायर किया. लेकिन गोली ढाबे पर वेटर का काम करने वाले एक युवक को लग गई. गोली लगने से युवक सौरभ पुत्र जगनमोहन चतुर्वेदी निवासी सायपुर की मौके पर ही मौत हो गई.
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ढाबे के संचालक विष्णु चतुर्वेदी और उसके बेटा नमोनारायण निवासी हजारीपुरा बीच-बचाव करने के लिए भी आए. बदमाश ने दूसरी बार फायर समीप के दुकानदार कुलदीप सेसरीपुरा पर किया, जिसकी गोली नमोनारायण को लग गई. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस दौरान विष्णु और कुलदीप भी घायल हो गए और इन चारों को अस्पताल ले जाया गया. चिकित्सकों ने सौरव को मृत घोषित कर दिया और बाकी तीनों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
उधर घटना के बाद बदमाश भागने में सफल रहे. सूचना पर भरतपुर संभाग के आईजी लक्ष्मण गौड़ करौली चिकित्सालय पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से घटनाक्रम की जानकारी लिए और घायलों के बारे में भी पूछा. उन्होंने परिजनों को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा भी दिया. इधर घटना के बाद पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है.
घटना के विरोध में बाजार बंद...
शहर में ढाबा संचालक पर फायरिंग में वेटर की हत्या और संचालक के घायल होने के मामले में शहरवासियों में आक्रोश भड़क उठा है. बदमाशों की बेखौफ वारदातों और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर आक्रोशित लोगों ने बाजारों में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है और बाजार बंद करा दिए हैं.
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बाजार बंद कराने के दौरान नगर परिषद के पूर्व उपसभापति वेदप्रकाश उपाध्याय, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा, भाजपा नेता ओमप्रकाश सारस्वत सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. परिजनों ने जिला अस्पताल में पुलिस के सामने नारेबाजी कर विरोध जताया है. जिला मुख्यालय पर बदमाशों के बेखौफ होने से शहरवासी भयभीत हैं. इसके चलते उन्होंने भी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद कर के पुलिस के खिलाफ आवाज बुलंद की है. लोगों ने जिला मुख्यालय पर कानून व्यवस्था कायम करने और अपराधियों की जल्दी से जल्दी गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. उधर घटना के बाद पुलिस चाक-चौबंद नजर आ रही है. जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है जिससे चिकित्सालय छावनी में तब्दील हो गया.