करौली. भाजपा के बाद मंगलवार को कांग्रेस की तीन सदस्यीय टीम करौली पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया. वहीं, दोनों पक्षों के लोगों के साथ बैठक के दौरान राजस्थान अल्पसंख्यक बोर्ड आयोग के अध्यक्ष रफीक खान ने (Rafeek Khan Condemned Violence in Rajasthan) कहा कि करौली शहर में दो अप्रैल को शोभा यात्रा के दौरान जो घटना हुई है, उसके कारण अमन-चैन प्रभावित हुआ है. उन्होंने बताया कि इसके लिए असामाजिक तत्व चाहे वो किसी भी वर्ग से हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि अशांति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों की कोई जाति व धर्म नहीं होता. प्रशासन व पुलिस दोषियों को अवश्य पकड़े एवं सजा दिलाए और निर्दोषों को फंसाया नहीं जाए. इस संबंध में निष्पक्ष कार्रवाई करने के निर्देश दिए. अध्यक्ष ने बताया कि प्रतिष्ठित व्यक्तियों की मांग पर कर्फ्यू में ढील एवं अन्य मांगों पर सकारात्मक रूप से प्रशासन से बात कर कार्रवाई (Congress on Karauli Violence) करने का आश्वासन दिया. बैठक में पूर्व मंत्री व विधायक जितेन्द्र सिंह ने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ी, जिससे लोगों में शांति एवं सद्भावना प्रभावित हुई है.
इस प्रकार की घटना की पुनरावृति को रोकने एवं कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से सभी वर्गों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर शांति-व्यवस्था कायम करने के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि करौली में पूर्व की भांति शांति-सौहार्द और अमन-चैन स्थापित हो. राज्य सरकार से आए प्रतिनिधिमंडल ने इससे पूर्व करौली शहर में हुई घटनास्थल का जायजा लिया एवं नुकसान का सर्वे कराकर राज्य सरकार से नियम अनुसार दुकानदार व दुकान संचालकों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया.
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बैठक में विधायक लाखन सिंह ने बताया कि शहर में पूर्व की भांति शांति और सद्भावना के साथ (Rajasthan Karauli Communal Violence) बिना भेदभाव रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा एवं बेकसूर को नहीं सताया जाएगा. दोषी को नहीं बख्शा जाएगा. इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर परशराम मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्णचंद, ललित यादव सहित दोनों पक्षों के लोग मौजूद रहे.