करौली. अरुण सिंह ने एक बार फिर प्रदेश की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की विफलता के चलते राजस्थान में खनन माफिया का राज (Illegal Mining in Rajasthan) चल रहा है, जिसको खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कबूला है. वहीं, पेपर लीक करने वाले माफियाओं के समक्ष सरकार ने आत्मसर्पण कर दिया है.
अरुण सिंह ने कहा कि युवाओं व उनके अभिवावकों का विश्वास सरकार से उठ गया है. बड़े गिरोह और पेपर माफियाओं को पकड़ने में सरकार नाकाम साबित हो रही है. वहीं, प्रदेश में रोजगार का स्तर घटा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में एक बस में 45 लोगों को बिठाकर पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था. जबकि इस संभाग में 9 मंत्रीयों का होना दुर्भाग्य साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस के संरक्षण में मोटरसाइकिल चोरी हो रही है, जिसके पुलिस थानों में मामले दर्ज नहीं किए जाते हैं. अन्य राज्यों से आकर गैंगस्टरों ने राजस्थान को अपनी शरणस्थली बना लिया है. उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है.
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प्रदेश में अवैध खनन खुलेआम हो रहे हैं. मुख्यमंत्री अवैध खनन को रोकने में नाकाम रहे हैं. अरुण सिंह ने बताया कि भाजपा की जनाक्रोश रैली के बाद (BJP Jan Aakrosh Rally) अब जिला स्तर पर बड़ा घेराव करेंगे. प्रदेश में डीजल-पेट्रोल के दाम भी कम करने में यह सरकार विफल रही है. कांग्रेस की सरकार जो कहती है उसका 1 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि भाजपा की जनाक्रोश रैली में राजस्थान में अपार भीड़ जुटी है. जबकि कांग्रेस की भारत जोड़ो रैली में सिर्फ दौसा में ही भीड़ जुट पाई, जो सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर नारेबाजी कर रही थी.
पत्रकारों के द्वारा किए गए सवाल कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी आरएएस सहित 6 बार (Rajasthan Paper Leak Case) पेपर लीक हुए. भाजपा सरकार ने उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की थी, इस पर राजस्थान भाजपा प्रभारी अरुण सिंह कोई जवाब नहीं दे पाए. इस दौरान वे प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार को कोसते रहे.