करौली. राजस्थान के करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया ने पूर्व मंत्री एवं सपोटरा विधायक रमेश मीणा जवाबी हमला बोला है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए दो दिन पहले रमेश चंद मीणा ने राजोरिया पर जमकर हमला बोला था. रमेश चंद्र मीणा ने कहा था कि सांसद मनोज राजोरिया को राजनीति धरातल पर करनी चाहिए, सिर्फ मीडिया में छपास का काम ना करें.
इस पर राजोरिया ने कहा कि मैं ऐसे आरोपों का जवाब देकर कुछ नहीं करना चाहता, जनता जनार्दन सब जानती है. मैं धन्यवाद देना चाहूंगा विधायक को कि ऐसे दौर में भी वह मेरे पर नजर रखते हैं. बहुत अच्छी बात है, लेकिन धरातल की बात है तो यह फैसला जनता करती है कि कौन धरातल पर कार्य करता है कौन नहीं. विधायक जो भी काम करें, धरातल पर करें. मैं अपेक्षा करता हूं कि वह जो भी काम करें सपोटरा की जनता के हित में काम करें. विकास की जहां तक बात है, 1 दिन लंबी लिस्ट जारी कर सकता हूं कि केंद्र की भाजपा सरकार ने राजस्थान में सांसद होने के नाते चाहे वह मेडिकल कॉलेज बनाने का काम हो, सपोटरा के अंतर्गत मंडरायल में चंबल पुल निर्माण का काम स्वीकृत कराने का काम, उन्होंने किया है.
कुड़गांव से सपोटरा तक का जो एमडीआर रोड देख रहे हो, वह सीएसआर फंड से करवाया है. 70 करोड़ रुपए की प्रधानमंत्री सड़क योजना के द्वारा गांव-गांव सड़क बनाने का कार्य करवाया है. ऐसे हजारों कामों की लिस्ट दे सकता हूं. सासंद ने कहा कि उनको खुशी है कि विधायक उनपर नजर रखते हैं. उन्हें धन्यवाद देता हूं, आभार व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि वह जनता के हित में सकारात्मक भाव के साथ विकास के कार्य करते रहेंगे. चाहे कांग्रेस हो चाहे बीजेपी हो, चाहे विधायक हो, सांसद या सरपंचों हो, सबका एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए कि वह जनता के हित में कार्य करें और जनता की सेवा करें.
रेलवे के बंद काम पर कुछ कहूंगा तो सब को तकलीफ हो जाएगी...
जब ईटीवी भारत की टीम ने सांसद डॉ. मनोज राजोरिया से करौली-धौलपुर रेलवे लाइन के लंबे समय से बंद पड़ी होने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी मैं कुछ कहूंगा तो सबको तकलीफ हो जाएगी. भारत सरकार ने 2019 में सांसद बनने के बाद 100 करोड़ रुपए राज्य सरकार को भिजवा दिए. धौलपुर जिला प्रशासन के पास में जमीन अवाप्ति के लिए पैसा पड़ा हुआ है. उस पैसे का उन्होंने उपयोगी नहीं किया. जमीन अवाप्ति का काम राज्य सरकार का होता है. उस कार्य के लिए मुख्यमंत्री को तीन बार पत्र लिख चुका हूं.
कांग्रेस सरकार दिखावे की राजनीति करती है. सासंद ने कहा कि बड़ी विनम्रता से अपना काम करता हूं. दिखावे के लिए कोई काम नहीं करता. आरोपों की राजनीति में विश्वास नहीं करता, सकारात्मक काम करने में विश्वास रखता हूं. जितनी चिंता अपने काम की है, मुझे लगता है कि सब लोग यदि अपने-अपने काम की चिंता करेंगें तो जनता का ज्यादा भला होगा. दूसरे को क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, यह सब निर्णय खुद करे, फिर भी किसी को कुछ लगता है तो उसका निर्णय जनता करती है. लेकिन यदि आदमी अपने खुद के कार्य करने के लिए ज्यादा ध्यान देगा तो लगता है वह ज्यादा लोगों की सेवा कर पाएगा. वैसे आदमी को खुद की परीक्षा खुद पास करनी होती है.
ये है पूरा मामला...
बता दें कि दो दिन पहले राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री एवं जिले के सपोटरा से विधायक रमेश चंद मीणा ने करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि सांसद धरातल पर आकर राजनीति करें, ना कि अखबारों में छपास का काम करें. सांसद रेलवे के बंद पड़े काम को शुरू करवाएं, हाईवे सड़क मार्ग निकलवाएं तो कुछ बात है. सांसद मिलकर काम करेंगे तो कांग्रेसी भी कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ देगी.