करौली. पूरे देश भर में शनिवार को कृष्ण जन्माष्ट पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर प्रसिद्ध मदन मोहन जी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. कई भक्त कनक दण्डवत और पैदल यात्रा कर अपने अराध्य मदनमोहनजी के दरबार में पहुंचे. जहां रात 12 बजे देव विग्रहों का पंचामृत अभिषेक कर तोपों की सलामी के बीच बाल गोपाल का जन्म हुआ.जन्म के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद लेकर जन्माष्टमी का व्रत खोला.
कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रसिद्ध मदन मोहन जी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. कनक दण्डवत और पैदल यात्रा कर आसपास के इलाकों से श्रद्धालु अराध्य मदनमोहनजी के दरबार में पहुंचे. जहां रात को 12बजे देव विग्रहों का पंचामृत अभिषेक पर तोपों की सलामी के बीच कृष्ण ने जन्म लिया.
जन्माष्टमी पर आराध्य देव मदन मोहन जी की करौली नगरी में कृष्ण जन्म का उल्लास छाया रहा. वहीं मदनमोहनजी मंदिर गोविंद देव जी मंदिर सहित शहर के विभिन्न मंदिरों में कृष्ण जन्म के अवसर पर आकर्षक रोशनी से सजावट की गई.
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मदन मोहन जी मंदिर में मंगला आरती से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया. प्रांगण में भीड़ के बीच बार-बार बंसीवाले के जयकारे गूंजते रहे. भजन कीर्तन के साथ कथा वाचन का दौर चलता रहा. साथ ही पुलिस व्यवस्था भी चाक-चौबंद नजर आई. बता दे कि छोटी काशी के रूप में जाने जाने वाली करौली नगरी में रियासत काल से ही जन्माष्टमी पर मदन मोहन जी मन्दिर सहित अन्य मंदिरों में धूमधाम से कृष्ण जन्म का आयोजन होता है.