करौली. कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में आयोजित हुई धार्मिक प्रतिनिधियों के साथ बैठक में सभी ने एकमत होकर जब तक कोरोना संक्रमण का प्रकोप खत्म नहीं होता है. तब तक धार्मिक स्थलों को बंद रखने की सहमति जताई है. इसके बाद माना जा रहा है कि 30 जून के बाद भी जिले के सभी धार्मिक स्थल बंद रह सकते हैं.
जिला कलेक्टर डॉक्टर मोहन लाल यादव ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल कैलादेवी, महावीरजी, मदनमोहनजी सहित मस्जिदों आदि के प्रतिनिधियों से धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में चर्चा की गई. इस पर धार्मिक प्रबंधन से जुड़े लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि इन दिनों बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए अभी धार्मिक स्थलों को खोलना उचित नहीं है.
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कलेक्टर ने कहा कि समस्त धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों ने धार्मिक स्थलों को बंद रखने की सहमति जताई. इस संबंध में जिला कलेक्टर ने कहा कि अगर इसी तरह हम सभी एकजुट होकर वायरस के खिलाफ लडाई लड़ेगें तो निश्चित ही हमें सफलता प्राप्त होगी और आमजन स्वस्थ्य रह सकेंगे. इस सबंध में धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को आश्वासन दिया कि सभी प्रतिनिधि कोरोना के खतरे के प्रति जागरुक और सतर्क हैं और इस खतरे को नहीं फैलने के लिये वे हर समय प्रशासन व सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आमजन के हित में ही कार्य करेंगे. इस बात पर जिला कलक्टर ने सभी का आभार व्यक्त किया.
कोरोना बचाव के कलेक्टर ने चिपकाए स्टीकर और पोस्टर
मोहनलाल यादव ने शनिवार को कोरोना बचाव संबंधी स्टीकर और पोस्टर चिपकाकर जन जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया. कोरोना वायरस महामारी से जीवन रक्षा के लिए आमजन में जन जागरूकता लाने के लिये राज्य सरकार द्वारा 21 जून से 30 जून तक जिले में गांव-गांव, ढाणी ढाणी, गली, मोहल्लों और वार्डों में प्रचार-सामग्री के वितरण के संबंध में धार्मिक प्रतिनिधियों, अधिकरियों व आमजन की गाड़ियों पर जागरूकता स्टीकर लगाए गए.
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सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी धर्मेन्द्र मीना ने बताया कि प्रचार सामग्री प्राप्त होते ही शनिवार को कलक्टेट परिसर और अन्य कार्यालयों में स्टीकर चिपकावर इस अभियान की शुरुआत की. इसके साथ ही परिसर में आये सभी चौपहिया वाहनों पर स्टीकर चिपकाए गए, जिससे की आमजन जागरूक और सतर्क हो सके. उन्होंने बताया कि यह प्रचार सामग्री जिले के प्रत्येक स्थान पर पहुंचाकर प्रत्येक व्यक्ति को जागरुक करें, जिससे की प्रत्येक जिलावासी कोरोना संक्रमण से अपना बचावकर स्वयं को अपने परिवार को स्वस्थ्य महसूस करे.