ETV Bharat / state

डेड बॉडी का डपिंग यार्ड बने विवेक विहार में मिली महिला की लाश की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की सबसे बड़ी विवेक विहार (Vivek Vihar became dumping yard of dead body) योजना शवों का डपिंग याड बन गई है. सबूत नष्ट करने के लिए हत्या कर यहां वर शव डंप किए जाने लगे हैं. क्योंकि लंबी चौड़ी इस योजना का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से निर्जन है. झाडियों से अट गया है.

Vivek Vihar became dumping yard of dead body
Vivek Vihar became dumping yard of dead body
author img

By

Published : Dec 6, 2022, 8:03 PM IST

जोधपुर. जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की (Jodhpur Development Authority) सबसे बड़ी विवेक विहार योजना शवों का डपिंग याड बन गई है. इस कॉलोनी के पूरी तरह से विकसित नहीं होने से यहां बिछाई गई सीवरेज लाइन खाली रहती है, जिसका अपराधी दुरुपयोग करने लगे हैं. सबूत नष्ट करने के लिए हत्या कर यहां वर शव डंप किए जाने लगे हैं. क्योंकि लंबी चौड़ी इस योजना का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से निर्जन है. झाडियों से अट गया है.

जिसका अपराधी फायदा उठा रहे हैं. हाल ही में 22 नवंबर को मिली एक महिला की लाश की पहचान अभी तक नहीं हो सकी. उसकी हत्या कर शव यहां डंप किया गया था. पुलिस ने इसके लिए उस समय जोधपुर शहर में गुमशुदा महिला व युवतियां जो अभी तक नहीं मिली है, उनके परिजनों के डीएनए टेस्ट करवना शुरू किया है. हालांकि पहले तीन टेस्ट में अभी पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है, क्योंकि उनका मिलान नहीं हुआ है.

गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

इसे भी पढे़ं - दो सहेलियों ने भाई से कराया सहेली का रेप, फिर अश्लील वीडियो डिलीट कराने के नाम पर टीचर ने भी किया दुष्कर्म

विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव का कहना है कि इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. महिला के चेहरे को खराब कर यहां शव को डंप किया गया था. हमने कई लोगों को लाकर पहचान करवाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद मृतक के शव के बाल व मोरल के डीएनए सैंपल संरक्षित करवाए. जिससे जांच करवा रहे हैं, फिलहाल उस शव का निस्तारण कर दिया.

500 गुमशुदगी की छानबीनः विवेक विहार इलाका इससे पहले कुडी भगतासनी थाने में आता था. हाल ही में कमिश्नरेट में नया थाना विवेक विहार सृजित किया गया. उसके बाद दो मामले सामने आ गए. अब पुलिस इस अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने में जुटी है. थानाधिकारी दिलीप खदाव के अनुसार 22 नवंबर को शव मिलने के बाद से अब तक हमने पहले संभाग व अब उस समय के आस पास की 500 गुमशुदगी की छानबीन की है. जिसमें 22 से 40 वर्ष की उम्र की महिलाएं और युवतियां गुम हुई हैं. कुछ परिवारों के डीएनए भी करवाए.

पहले डीएनए टेस्ट से हुई पहचानः बीते पांच सालों में छह शव यहां मिल चुके हैं. इनमें से सिर्फ एक मामले में आरोपी गिरफ्तार हुआ है. गत वर्ष बुजुर्ग परसाराम का शव यहां मिला था. लेकिन शव पहचान में नहीं आया था. डीएनए टेस्ट पहचान हुई. उसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से पड़ताल की तो हत्यारे को भी गिरफ्तार किया था.

केस: 1

साल 2016: विवेक विहार की सीवरेज लाइन में एक अज्ञात शव मिला था. कुड़ी भगतसनी थाने में मामला दर्ज किया गया है. छह-सात साल बीत जाने के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है.

केस: 2

12 अक्टूबर 2020: विवेक विहार सेक्टर की सीवरेज लाइन के खुले मुख्य हॉल में एक महिला का कंकाल मिला. लंबे बाल होने से कंकाल के महिला होने की पुष्टि हुई. कुड़ी भगतसनी थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. दो साल बाद भी महिला और हत्यारों की शिनाख्त नहीं हो पाई है.

केस: 3

7 मार्च 2021: खुले मैन हॉल में एक वृद्ध की लाश मिली. मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. डीएनए से शव की पहचान परसाराम (60) के रूप में हुई है. हत्या की पुष्टि हुई. 21 जुलाई 2021 को कुड़ी भगतसनी थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

केस: 4

14 नवंबर को में ही एक बच्चे का शव मिला था. उसके शव के उपर का हिस्सा नहीं था. माना जा रहा था कि वह रेल से कटा होगा. लेकिन शव का दूसरा हिस्सा भी नहीं मिला न ही उसकी पहचान हुई।

केस: 5

22 नवंबर 2022: विवेक विहार सेक्टर-डी में बंद मैन हॉल में एक महिला की नग्न लाश मिली. रस्सी से गला घोंटने के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव को मैन हॉल में फेंक दिया. अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है.

जोधपुर. जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की (Jodhpur Development Authority) सबसे बड़ी विवेक विहार योजना शवों का डपिंग याड बन गई है. इस कॉलोनी के पूरी तरह से विकसित नहीं होने से यहां बिछाई गई सीवरेज लाइन खाली रहती है, जिसका अपराधी दुरुपयोग करने लगे हैं. सबूत नष्ट करने के लिए हत्या कर यहां वर शव डंप किए जाने लगे हैं. क्योंकि लंबी चौड़ी इस योजना का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से निर्जन है. झाडियों से अट गया है.

जिसका अपराधी फायदा उठा रहे हैं. हाल ही में 22 नवंबर को मिली एक महिला की लाश की पहचान अभी तक नहीं हो सकी. उसकी हत्या कर शव यहां डंप किया गया था. पुलिस ने इसके लिए उस समय जोधपुर शहर में गुमशुदा महिला व युवतियां जो अभी तक नहीं मिली है, उनके परिजनों के डीएनए टेस्ट करवना शुरू किया है. हालांकि पहले तीन टेस्ट में अभी पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है, क्योंकि उनका मिलान नहीं हुआ है.

गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

इसे भी पढे़ं - दो सहेलियों ने भाई से कराया सहेली का रेप, फिर अश्लील वीडियो डिलीट कराने के नाम पर टीचर ने भी किया दुष्कर्म

विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव का कहना है कि इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. महिला के चेहरे को खराब कर यहां शव को डंप किया गया था. हमने कई लोगों को लाकर पहचान करवाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद मृतक के शव के बाल व मोरल के डीएनए सैंपल संरक्षित करवाए. जिससे जांच करवा रहे हैं, फिलहाल उस शव का निस्तारण कर दिया.

500 गुमशुदगी की छानबीनः विवेक विहार इलाका इससे पहले कुडी भगतासनी थाने में आता था. हाल ही में कमिश्नरेट में नया थाना विवेक विहार सृजित किया गया. उसके बाद दो मामले सामने आ गए. अब पुलिस इस अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने में जुटी है. थानाधिकारी दिलीप खदाव के अनुसार 22 नवंबर को शव मिलने के बाद से अब तक हमने पहले संभाग व अब उस समय के आस पास की 500 गुमशुदगी की छानबीन की है. जिसमें 22 से 40 वर्ष की उम्र की महिलाएं और युवतियां गुम हुई हैं. कुछ परिवारों के डीएनए भी करवाए.

पहले डीएनए टेस्ट से हुई पहचानः बीते पांच सालों में छह शव यहां मिल चुके हैं. इनमें से सिर्फ एक मामले में आरोपी गिरफ्तार हुआ है. गत वर्ष बुजुर्ग परसाराम का शव यहां मिला था. लेकिन शव पहचान में नहीं आया था. डीएनए टेस्ट पहचान हुई. उसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से पड़ताल की तो हत्यारे को भी गिरफ्तार किया था.

केस: 1

साल 2016: विवेक विहार की सीवरेज लाइन में एक अज्ञात शव मिला था. कुड़ी भगतसनी थाने में मामला दर्ज किया गया है. छह-सात साल बीत जाने के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है.

केस: 2

12 अक्टूबर 2020: विवेक विहार सेक्टर की सीवरेज लाइन के खुले मुख्य हॉल में एक महिला का कंकाल मिला. लंबे बाल होने से कंकाल के महिला होने की पुष्टि हुई. कुड़ी भगतसनी थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. दो साल बाद भी महिला और हत्यारों की शिनाख्त नहीं हो पाई है.

केस: 3

7 मार्च 2021: खुले मैन हॉल में एक वृद्ध की लाश मिली. मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. डीएनए से शव की पहचान परसाराम (60) के रूप में हुई है. हत्या की पुष्टि हुई. 21 जुलाई 2021 को कुड़ी भगतसनी थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

केस: 4

14 नवंबर को में ही एक बच्चे का शव मिला था. उसके शव के उपर का हिस्सा नहीं था. माना जा रहा था कि वह रेल से कटा होगा. लेकिन शव का दूसरा हिस्सा भी नहीं मिला न ही उसकी पहचान हुई।

केस: 5

22 नवंबर 2022: विवेक विहार सेक्टर-डी में बंद मैन हॉल में एक महिला की नग्न लाश मिली. रस्सी से गला घोंटने के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव को मैन हॉल में फेंक दिया. अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.