जोधपुर: अजमेर में एसीबी ने कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है. जोधपुर में कुलपति कार्यकाल के दौरान आरपी सिंह के विवादित मामले अब सामने आ गए हैं. लगभग 2 साल पहले प्रोफेसर आरपी सिंह जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति थे. उस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर निजी महाविद्यालय में मान्यता देने को लेकर सीडीसी कमेटी का गठन किया था.
इस कमेटी के गठन के बाद से लगातार विवादों में रहे उस समय निजी महाविद्यालय एसोसिएशन के सदस्य रहे डॉ. अजय त्रिवेदी ने बताया कि प्रोफेसर आरपी सिंह जिस वक्त कुलपति थे उस समय उन्होंने सीडीसी कमेटी का गठन किया जिसमें उन्होंने एक प्रोफेसर को लगाया था. लेकिन कुलपति और उस प्रोफेसर का कार्य के प्रति तालमेल नहीं बैठा जिसके पश्चात प्रशासन ने कमेटी में काम करने से मना कर दिया.
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बताया जाता है कि सीडीसी कमेटी में गड़बड़ियों को देखते हुए तत्कालीन प्रोफेसर ने आर पी सिंह के साथ कामकाज करने से इनकार किया था. वहीं एक और मामला ऐसा सामने आया जहां बाड़मेर के निजी कॉलेज संचालक को परीक्षा केंद्र आवंटन नहीं किया गया इस दौरान परीक्षा केंद्र आवंटन की मांग को लेकर बार-बार चक्कर लगाने से परेशान निजी कॉलेज के संचालक ने भी बीच समारोह में कुलपति को थप्पड़ जड़ दिया था.
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पांच शिक्षकों की भर्ती का घोटाला-
निजी महाविद्यालय एसोसिएशन के तत्कालीन सदस्य डॉ. अजय त्रिवेदी ने बताया कि प्रोफेसर आरपी सिंह के कुलपति रहते समय कहीं ना कहीं बहुत सी गड़बड़ियां थी. जिसके चलते कई प्रोफेसरों ने उनके साथ काम करने से मना कर दिया था. बता दे, गिरफ्तार हुए प्रो आर पी सिंह जोधपुर के जय नारायण व्यास विवि में कुलपति के पद पर 6 मई, 2015 से 5 मई, 2018 तक रहे और 5 शिक्षकों की भर्ती का घोटाला भी इनके कार्यकाल में ही हुआ था.