जोधपुर. शहर में छात्रों ने सामाजिक समरसता का एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है. श्री हनवंत राजपूत छात्रावास के पूर्व व वर्तमान छात्रों ने छात्रावास में पिछली तीन पीढ़ियों से सफाईकर्मी के रूप में सेवा देने वाले संतराम की बेटी के विवाह का मायरा भरा. मायरा कार्यक्रम रविवार को गोपाल कृष्ण वाटिका में आयोजित हुआ.
मायरे में श्री हनवंत राजपूत छात्रावास जोधपुर की ओर से 3 लाख 71 हजार और हनुवंत एजुकेशन सोसाइटी की ओर से 51 हजार रुपये दिए गए. इसके अलावा अन्य उपहार भी दिए गए. छात्रावास के छात्र जब विवाह स्थल पर मायरा का सामान लेकर पहुंचे तो संतराम भावुक हो गए. परिवार ने उनकी अगवानी की और इसके बाद पंडाल में छात्रावास के प्रतिनिधियों ने सामाजिक सरोकार निभाया.
परिवार और समाज ने किया अभिनंदन : राजपूत समाज छात्रवास के मायरा भरने आए सोसायटी के अध्यक्ष एवम आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष रहे डॉ. शिव सिंह राठौड़, समाजसेवी समुन्द्र सिंह नोसर , जेएनवीयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र सिंह राणावत, अरविंद सिंह भाटी, के अलावा पूर्व उपध्यक्ष चंद्रवीर सिंह बड़ला रस्म निभाई. इसी प्रकार भाजयुमो जिलाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह सिसोदिया, सवाई सिंह सारुण्डा, श्रवण सिंह बारू, लोकेन्द्र सिंह गोरडिया, चेतन सिंह पांचला,जेठू सिंह भुण्डेल व राजेन्द्र सिंह भोजास ने जब संतराम के साथ बैठ कर सरोकार निभाया। संतराम की पत्नी को अपनी बहन मानते हुए चुनरी भी ओढ़ाई। तो परिजनों के अलावा हरिजन समाज ने छात्रावास के प्रतिनिधियों का अभिनंदन कर अभिवादन किया,
तीन पीढ़ी से सफाईकर्मी का कर रहे काम : संतराम के परिवार की तीन पीढ़ियां छात्रावास में सफाई का काम करती आई हैं. मायरा भरने के लिए जो प्रतिनिधि उनके घर पहुंचे वो सब उनके सामने छात्रावास में रहते थे. छात्र प्रतिनिधियों ने बताया कि संतराम का स्वभाव सरल रहा. उनके प्रति हमेशा सब के मन में आदर है क्योंकि उन्होंने भी सभी को आदर दिया. जब उनकी बेटी की शादी की जानकारी मिली तो पूर्व छात्र व वर्तमान छात्रों ने मिलकर तय किया कि हमारी तरफ से सहयोग होना चाहिए, इसके लिए 3.71 लाख मायरा भरा गया.