जोधपुर. देश की सेवा में चट्टान बनकर हर पल खड़े रहने वाले बीएसएफ के जवान हर चुनौतियों से जूझना जानते हैं. वे हर चुनौतियों को खत्म करते हुए लक्ष्य तक पहुंचने में निपुण होते हैं. चुनौतियों से जूझते हुए सफलता के शिखर पर चढ़ने का जुनून और हौसला उन्हें एक दिन में नहीं बल्कि 44 सप्ताह की कठिन ट्रेनिंग के दौरान मिलता है.
जोधपुर स्थित बीएसएफ स्टॉफ ट्रेनिंग सेंटर (Jodhpur BSF Centre) में देशभर से चयनित युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां आने वाले युवाओं को हर खतरे से वाकिफ कराते हुए उन्हें आगे बढ़ने के लिए तैयार किया जाता है. इस सेंटर पर इन्हें सभी तरह से पारंगत किया जाताहै. चाहे देश को बाहर से खतरा हो गया, अंदरूनी समस्या से निपटना हो. हर तरह की स्थितियों से निपटने के लिए ये जवान निपुण होते हैं.
वेपन ट्रेनिंग पर होता है फोकस
सेंटर में होने वाली प्रशिक्षण गतिविधियों से मीडिया को अवगत करवाते हुए प्रशिक्षण अधिकारी कमांडिंग आफिसर वाई.एस राठौड़ ने बताया कि हम 44 सप्ताह की ट्रेनिंग में एक रंगरूट को जवान के रूप में तैयार करते हैं. इसमें वेपन ट्रेनिंग पर फोकस होता है (weapon training of BSF Jawan in Jodhpur). सभी तरह के हथियारों को चलाना सिखाया जाता है. जिससे वे हर स्थिति में काम कर सकें. पर्सनाल्टी डेवलपमेंट के लिए अलग अलग क्लब बनाए गए हैं. जिससे वे अपनी हॉबी को भी आगे बढ़ा सकें. उन्होंने कहा कि खेल को लेकर भी यहां पूरा प्रोत्साहन दिया जाता है. इनमें से ही राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी निकलते हैं.
इंडोर क्लासेस में बताते हैं चुनौतियां
वाई.एस राठौड ने बताया कि हमारे यहां इंडोर क्लासेस चलती हैं. जवानों को इन क्लासेस में सभी तरह की चुनौतियों से अवगत करवाया जाता है. उन्हें दिखाया जाता है कि कैसे हालात होते हैं पहले क्या गलतियों हुई हैं, कैसे बिना गलती के ऐसी स्थिति से निपटना चाहिए?. साथ ही मनोबल बनाए रखने के लिए हमेशा टीम भावना पर जोर दिया जाता है.