जोधपुर. राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने शुक्रवार को जोधपुर संभाग के बाल कल्याण समितियों और बाल अधिकारिता विभाग के साथ वर्चुअल बैठक की. जिसमें उन्होंने बाल कल्याण समिति के कार्यों की समीक्षा, आपसी समन्वय और कार्य क्षमता में अभिवृद्धि पर चर्चा की.
इस बैठक में आयोग अध्यक्ष बेनीवाल ने बताया कि, राज्य की बाल कल्याण समितियों के कार्यों की समीक्षा के मद्देनजर हाल ही में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बैठक आयोजित कर संभागवार बाल कल्याण समितियों के पदाधिकारियों के साथ वेबीनार करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत शुक्रवार को जोधपुर संभाग में ये बैठक रखी गई है.
बेनीवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, बाच्चों का हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. चाहे ग्राम स्तर पर बाल अधिकारों का सरंक्षण सुनिश्चित करने में बाल कल्याण समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित कर सकती है. बाल कल्याण समितियां अपने जिले में स्वप्रेरणा से कार्य करते हुए जिले को बाल श्रम और भिक्षावृत्ति से मुक्त कराएं और बच्चों के विरुद्ध शोषण और उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेते हुए बाल अधिकारों का सरंक्षण सुनिश्चित करें.
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वहीं, बैठक में बाल कल्याण समिति के अध्यक्षों ने अपनी-अपनी बाल कल्याण समिति की कार्यप्रणाली और उनमें आ रही समस्याओं से संगीता बेनीवाल को अवगत कराया. साथ ही अधिकांश समिति अध्यक्षों ने बाल श्रम में रेस्क्यू बच्चों के एस.डी.एम के समक्ष बयान और स्थाई सचिव की नियुक्ति में आ रही समस्याओं के संबंध में भी अवगत कराया. जिसपर आयुक्त संगीता बेनीवाल ने बाल कल्याण समितियों की तरफ से किए जा रहे कार्यों में सुधार करने और बाल कल्याण समितियों के कार्य में आ रही समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया है.