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Ranji Trophy 2022-23: 32 साल बाद जोधपुर में आज से रणजी मैच, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बीच मुकाबला - Rajasthan Hindi News

जोधपुर को 32 साल बाद रणजी टूर्नामेंट की कमान (Ranji Trophy Match) मिली है. आज राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बीच मैच खेला जाएगा. इससे पहले सोमवार को दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने स्टेडियम में प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लिया.

Ranji Trophy match
जोधपुर में 32 साल बाद रणजी मैच
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Published : Jan 17, 2023, 12:08 PM IST

Updated : Jan 17, 2023, 1:59 PM IST

32 साल बाद जोधपुर में आज से रणजी मैच

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में 32 साल बाद रणजी मैच खेला जा रहा है. शहर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में मंगलवार से छत्तीसगढ़ और राजस्थान (Rajasthan vs Chhattisgarh Match) के बीच चार दिवसीय रणजी मैच शुरू हुआ. छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया. राजस्थान की टीम में रवि बिश्नोई खेल रहे हैं. इस मौके पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत मौजूद रहे. उन्होंने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी. स्टेडियम में भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रदीप सुंदरम का सम्मान किया गया.

जोधपुर में जल्द होंगे बड़े मैच: आरसीए अध्यक्ष ने बताया कि ये ऐतिहासिक पल है जब 32 साल बाद हम जोधपुर में घरेलू श्रेणी की मैच वापस शुरू करने में कामयाब रहे. इस काम में सभी लोगों की मेहनत शामिल है. सरकार ने बजट जारी किया और जेडीए ने स्टेडियम तैयार करवाया. आरसीए की टीम ने पूरा सहयोग किया तब यह स्टेडियम तैयार हुआ. उन्होंने कहा कि जल्द ही जोधपुर में बीसीसीआई के बड़े मैच भी आयोजित होंगे, जिसका लोगों को लंबे समय से इंतजार है.

1991 के बाद रणजी मैच: जोधपुर के स्टेडियम में अंतिम बार 1991 में रणजी क्रिकेट मैच खेला गया था. उस समय उत्तर प्रदेश बनाम राजस्थान का मैच हुआ था. साल 1985 से 1991 के बीच कई रणजी मैच यहां आयोजित हो चुके हैं, लेकिन 1991 के बाद यहां मैचों का सूखा पड़ गया. अब 32 सालों के लंबे इंतजार के बाद रणजी मैच आयोजित किया जा रहा है.

पढ़ें: Ranji matches in Jodhpur: सीनियर गहलोत के बाद जूनियर गहलोत लाए जोधपुर के लिए क्रिकेट मैच

38 साल का इतिहास: 38 साल पहले इसी मैदान पर 1985-86 में तेज गेंदबाज रहे प्रदीप सुंदरम ने विदर्भ के खिलाफ पहली पारी के सभी 10 विकेट लिए थे. उस समय बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में घास नहीं थी, तब मैट पर मैच खेला गया था. उस मैच में सुंदरम ने 22 ओवर में 5 मेडन फेंकते हुए 78 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे. उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इस एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा करने वाले वे भारत के 5वें गेंदबाज हैं. जबकि यह उपलब्धि कुल 7 भारतीय खिलाड़ी अब तक हासिल कर चुके हैं. प्रदीप सुंदरम को भारतीय क्रिकेटर ऑफ द ईयर से 1986 में सम्मानित किया गया था.

32 साल बाद जोधपुर में आज से रणजी मैच

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में 32 साल बाद रणजी मैच खेला जा रहा है. शहर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में मंगलवार से छत्तीसगढ़ और राजस्थान (Rajasthan vs Chhattisgarh Match) के बीच चार दिवसीय रणजी मैच शुरू हुआ. छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया. राजस्थान की टीम में रवि बिश्नोई खेल रहे हैं. इस मौके पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत मौजूद रहे. उन्होंने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी. स्टेडियम में भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रदीप सुंदरम का सम्मान किया गया.

जोधपुर में जल्द होंगे बड़े मैच: आरसीए अध्यक्ष ने बताया कि ये ऐतिहासिक पल है जब 32 साल बाद हम जोधपुर में घरेलू श्रेणी की मैच वापस शुरू करने में कामयाब रहे. इस काम में सभी लोगों की मेहनत शामिल है. सरकार ने बजट जारी किया और जेडीए ने स्टेडियम तैयार करवाया. आरसीए की टीम ने पूरा सहयोग किया तब यह स्टेडियम तैयार हुआ. उन्होंने कहा कि जल्द ही जोधपुर में बीसीसीआई के बड़े मैच भी आयोजित होंगे, जिसका लोगों को लंबे समय से इंतजार है.

1991 के बाद रणजी मैच: जोधपुर के स्टेडियम में अंतिम बार 1991 में रणजी क्रिकेट मैच खेला गया था. उस समय उत्तर प्रदेश बनाम राजस्थान का मैच हुआ था. साल 1985 से 1991 के बीच कई रणजी मैच यहां आयोजित हो चुके हैं, लेकिन 1991 के बाद यहां मैचों का सूखा पड़ गया. अब 32 सालों के लंबे इंतजार के बाद रणजी मैच आयोजित किया जा रहा है.

पढ़ें: Ranji matches in Jodhpur: सीनियर गहलोत के बाद जूनियर गहलोत लाए जोधपुर के लिए क्रिकेट मैच

38 साल का इतिहास: 38 साल पहले इसी मैदान पर 1985-86 में तेज गेंदबाज रहे प्रदीप सुंदरम ने विदर्भ के खिलाफ पहली पारी के सभी 10 विकेट लिए थे. उस समय बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में घास नहीं थी, तब मैट पर मैच खेला गया था. उस मैच में सुंदरम ने 22 ओवर में 5 मेडन फेंकते हुए 78 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे. उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इस एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा करने वाले वे भारत के 5वें गेंदबाज हैं. जबकि यह उपलब्धि कुल 7 भारतीय खिलाड़ी अब तक हासिल कर चुके हैं. प्रदीप सुंदरम को भारतीय क्रिकेटर ऑफ द ईयर से 1986 में सम्मानित किया गया था.

Last Updated : Jan 17, 2023, 1:59 PM IST
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