जोधपुर. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा है कि जब उन्होंने राजनीति शुरू की तब वो अशोक गहलोत के फॉलोअर थे, लेकिन अब मैं फॉलोअर नहीं इनका कोलोब्रेटर हूं. यानी सहयोगी हूं जो पहले अपनी बात कहता है. उसके बाद उनको लीडरशिप करने देता है.
रविवार रात को जोधपुर में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान सीपी जोशी ने कहा कि में जब पहली बार एमएलए बना तो उस समय अशोक गहलोत जी केंद्र में मंत्री थे. वो 35 साल की उम्र में प्रदेश अध्यक्ष बन गए थे. मैं अशोक जी का दोस्त नहीं हूं, राजनीति में सहयोगी हूं. इन्होंने मुझे पार्टी में काम करने का मौका दिया सरकार में काम करने का मौका दिया केंद्र में मंत्री बनाया और आज मैं विधानसभा अध्यक्ष हूं. हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं इसलिए मैं अपनी बात रखकर अपनी स्पेस क्रिएट करता हूं. उसके बाद इनको लीडरशिप देता हूं जबकि फॉलोवर ब्लाइंडली अपने लीडर को फॉलो करता है.
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इन हालात में कैसे सरकार चलाई यही जानते हैं: विधान सभा अध्यक्ष सीपी जोशी दो दिनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ जोधपुर दौरे पर हैं. वे मुख्यमंत्री के हर कार्यक्रम में शामिल भी हुए हैं. रविवार को ही मरुधरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के कार्यक्रम में जोशी ने कहा कि यह अशोक गहलोत ही हैं जिन्होंने मुश्किल हालात में 5 साल सरकार चलाई है, कैसे चलाई है, यह बात वे ही जानते हैं. उनका मन ही जानता है. यह उनका अनुभव और राजनीतिक कौशल से ही संभव हो पया है. हमारे दोनों का काम करने के तरीके है इसलिए वैचारिक मतभेद है, रहेंगे. लेकिन सबको साथ लेकर चलने का अशोक गहलोत जी में जबरदस्त कौशल है.