जोधपुर. जोधपुर के एक लाख के इनामी हार्डकोर अपराधी कैलाश मांजू को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में अपनी जान का खतरा है. गुरुवार को जोधपुर एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया तो वह खुश नजर आया, लेकिन मांजू की पत्नी प्रियंका ने कहा कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में उसके पति की जान को खतरा है. इसलिए वहां से अन्यत्र शिफ्ट किया जाए. इसको लेकर जोधपुर कमिश्नर को पत्र भी लिखा है.
मांजू के अधिवक्ता दिनेश शर्मा ने बताया कि कैलाश की स्पाइन में दिक्कत है. कोर्ट ने अजमेर जेल प्रशासन को उपचार के लिए निर्देशित किया है. जोधपुर में मांजू की अगली पेशी अब 11 सितंबर को होगी. वकील दिनेश शर्मा ने बताया कि सुरक्षा कारणों को लेकर परिजनों ने जोधपुर कमिश्नर को पत्र लिखा है. परिजनों ने अजमेर जेल के अतिरिक्त कहीं भी शिफ्ट करने की मांग की है.
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बता दें कि एनआईए ने कैलाश मांजू को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेजा था. एक अगस्त को बाड़मेर के कल्याणपुर थाना पुलिस एक मामले में गिरफ्तार कर लाई थी, जिसके बाद बालोतरा जेल भेज दिया गया था. 15 अगस्त को जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने उसे एक प्रकरण में गिरफ्तार करके लाई थी. इसके बाद पुलिस मुख्यालय से आदेश करवाकर अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल शिफ्ट करवा दिया था.
सारे दुश्मन अजमेर जेल मेंः लिखे गए पत्र में बताया है कि अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में इन दिनों लॉरेंस गैंग के गुर्गों के अलावा दिनेश बंबानी, विक्रम सिंह नांदिया और राजू फौजी जैसे कुख्यात गैंगस्टर भी बंद है. इन सभी की लंबे समय से मांजू के साथ दुश्मनी है. आरोप है कि विक्रम सिंह और दिनेश एक होकर मांजू पर हमले कर चुके हैं. जानकारी के मुताबिक इस वर्ष एक फरवरी को ही विक्रम ने जैसलमेर बाईपास स्थित वीतराग सिटी में अपना गुर्गा भेजकर कैलाश के भतीजे पर फायरिंग करवाई थी. इसके बाद पुलिस ने बड़ी मशक्कत से विक्रम सिंह और दिनेश को पकड़ा और अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल भेजा. यही कारण है कि अब मांजू को अपनी जान का खतरा लग रहा है.