जोधपुर. भाजपा ने जोधपुर की सूरसागर सीट से वर्तमान विधायक सूर्यकांता व्यास का टिकट काट कर देवेंद्र जोशी को मैदान में उतारा है. जबकि सूर्यकांता व्यास को पूरी उम्मीद थी कि इस बार भी पार्टी उन पर भरोसा जताएगी और वह मैदान में उतरेगी. लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. सूर्यकांता व्यास इसके लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को जिम्मेदार मानती हैं. व्यास का कहना है कि वे कमेटी के सदस्य हैं. हो सकता है, वो मेरे खिलाफ रहे. इसलिए मुझे उम्मीदवार नहीं बनाया गया.
इधर सूरसागर में भाजपा के उम्मीदवार घोषित होने के बाद प्रतापनगर मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष व चौपासनी मंडल उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए इस्तीफे दिए हैं. 7 बार भाजपा से विधायक का चुनाव लड़कर कर 6 बार विधायक बनी 85 वर्षीय सूर्यकांता व्यास ने बताया कि मेरे टिकट काटने का कोई कारण नहीं था. मेरे उपर किसी तरह का कोई आरोप भी नहीं है. लेकिन फिर भी पार्टी ने मेरे बारे में सोचा नहीं. मैने कोई जमीनें नहीं खरीदी. भूमाफिया तस्कर तो हूं नहीं. मैंने तो कहा था कि मैं तो चुनाव लडूंगी. आज भी कह रही हूं. पार्टी को लगता है कि कोई सीट मेरे लायक होगी, तो मैं लड़ने को तैयार हूं. हालांकि सूरसागर के चुनाव पर उन्होंने कोई उत्साहित प्रतिक्रिया नहीं दी. लेकिन पार्टी के लिए हमेशा काम करने की बात कही.
मैं मानती हूं कि वो मेरे खिलाफ रहे: सूर्यकांता व्यास ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कमेटी के मेम्बर हैं. मेरे बारे में क्या राय दी होगी. मुझे पता नहीं. लेकिन मुझे लगता है कि वे मेरे खिलाफ थे. व्यास ने कहा कि जब गजेंद्र सिंह शेखावत पहली बार एमपी के लिए टिकट मांग रहे थे, तो हमारे से राय ली, तो हमने अच्छा ही बताया था. आज वे कमेटी के मेम्बर के रूप थे, तो उनकी भी राय ली गई होगी. टिकट कटने के पार्टी से संकेत के सवाल पर सूरसागर विधायक ने कहा कि मैं तो मान कर चल रही थी कि टिकट मिलेगा. मुझे किसी तरह का संकेत नहीं दिया गया कि आपका टिकट कटेगा.
मोदीजी से बात बताने की नहीं: गत 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में मंच पर सूर्यकांता व्यास ने मोदी से बात की थी. उस दिन से कयास लगाए जा रहे थे कि टिकट पक्का. फिर क्यों नहीं मिला, इस सवाल पर जीजी ने कहा कि मोदीजी से हुई बात बताने की नहीं है. अब पार्टी का निर्णय था, जो ले लिया. लेकिन मैं तो आज भी लड़ने को तैयार हूं.
6 बार बनी विधायक: सूर्यकांता व्यास दो बार जोधपुर नगर निगम की पार्षद रही हैं. इसके बाद सबसे पहले जोधपुर शहर से 1990 में वह विधायक चुनी गई. यहां से चार बार चुनाव लड़ीं. 1998 में जुगल काबरा से हारी थीं. इसके बाद वह फिर विधायक बनी थी. 2008 में परिसिमन के बाद से सूरसागर से लगातार तीन बार विधायक चुनी गई.
यह हुआ विवाद: सूर्यकांता व्यास ने गत दिनों उनके समाज के लिए सीएम गहलोत द्वारा अनुदान दिए जाने की जमकर तारीफ की थी. इसको लेकर पार्टी ने उनसे नाराजगी जताई थी. जीजी द्वारा अशोक गहलोत की तारीफ करने को शेखावत ने बुढ़ापे में बचपन की हरकत बताया था. इससे सूर्यकांता नाराज हुई कहा कि उनसे पहले राजनीति में आई थी. अब केंद्रीय मंत्री हैं, इसलिए कुछ भी बोल रहे हैं. इसके बाद से दोनों के बीच संबंधों में खींचतान हो गई.