जोधपुर. राजस्थान भाजपा द्वारा शुरू की गई परिवर्तन संकल्प यात्राओं का एक-एक कर समापन हो रहा है. लेकिन इन यात्राओं की शुरूआत में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे उसके बाद कहीं नजर नहीं आई. अब इसको लेकर चुनाव व्यवस्था से जुड़े नेताओं से जवाब देता नहीं बन रहा है. प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नारायण पंचारिया से जब पूछा गया कि वसुंधरा राजे यात्राएं शुरू करने के बाद कहीं नजर नहीं आई, तो उनका कहना था कि शुरूआत के बाद तो अमित शाह, जेपी नड्डा भी नहीं आए. वसुंधरा राजे के पास बडी जिम्मेदारियां हैं. वह अभी दिल्ली में हैं और उनको झारखंड की जिम्मेदारी भी दे रखी है.
बुधवार को जोधपुर सर्किट हाउस में जब पंचारिया से यह पूछा गया कि क्या वसुंधरा के बिना भाजपा का चुनाव जीतना संभव है. इस पर पंचारिया बिना बोले रवाना हो गए. बाद में संभल कर बोले कि कौन कहता है बिना वसुंधरा राजे के, वह हमारी नेता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. इसके आगे कुछ नहीं बोले और निकल गए. लेकिन पंचारिया यह नहीं स्पष्ट नहीं कर पाए कि क्या भाजपा बिना वसुंधरा के चुनाव जीत पाएगी?
जोधपुर आने पर भी असमंजस: रामदेवरा से शुरू हुई तीसरी परिवर्तन यात्रा का समापन गुरुवार को जोधपुर में होगा. शुरूआत में राजे रामदेवरा आई थी. लेकिन उसके बाद कहीं पर उपस्थित नहीं रहीं. गुरुवार को जोधपुर आने को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है. कोई नेता इस पर बोलने को तैयार नहीं है. गांधी मैदान की सभा में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सतीश पूनिया व असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा शामिल होंगे.
8 लाख कार्यकर्ता होंगे जमा: पंचारिया ने बताया कि चारों परिवर्तन यात्राओं के बाद जयपुर में समापन की सभा 25 सितंबर को होगी. जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. उसमें 8 लाख कार्यकर्ता व नेता शामिल होंगे. जिससे प्रदेश में परिवर्तन का देश जाएगा.