जोधपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर टिकट के दावेदार जतन में लग चुके हैं. जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र के ओसियां विधानसभा से कांग्रेस का टिकट मांग रहे पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ का कहना है कि उन्हें जोधपुर में कहीं से टिकट दे दो, वे चुनाव लड़ लेंगे. इसी बयान का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दरअसल, शनिवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें बद्रीराम जाखड़ राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी से कहते नजर आ रहे हैं कि मुझे जोधपुर में कहीं से भी टिकट दिला दो, लड़ लूंगा. जवाब में सोलंकी भी कह रहे हैं कि आपको एमपी का चुनाव लड़ाया था ना हमने. महज 12 सेकंड के वायरल हुए इस वीडियो ने हलचल पैदा कर दी है. ऐसा माना जा रहा है कि बद्रीराम जाखड़ अब चुनाव लड़ने के पूरे मूड में है.
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एक जाट को ही मिलता है टिकट: कांग्रेस के लिए सकंट यह है कि 10 विधानसभा में अमूमन एक टिकट ही जाट को दिया जाता है, जिसकी हकदार ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा हैं. हालांकि ओसियां के अलावा लूणी और लोहावट से कांग्रेस के जाट नेता दावेदारी जता रहे हैं. अब अगर सीएम गहलोत अपने विश्वस्त जाखड़ को चुनाव लड़ाने का मानस बनाएं, तो भी उनके लिए पूरे क्षेत्र का समीकरण बदलना पड़ेगा. जाटों को लेकर भाजपा में भी कमोबोश यही हाल है. सिर्फ ओसियां से ही टिकट दिया जाता है.
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तेज हो रही आपसी अदावत: बद्रीराम जाखड़ और मदेरणा परिवार के बीच सियासी अदावत पुरानी है. जाखड़ का कार्यक्षेत्र भोपालगढ रहा है. जहां उनकी कभी परसराम मदेरणा से नहीं बनी, तो गहलोत ने उन्हें आगे बढ़ाया और जिले में एक जाट नेता तैयार किया. जाखड़ एक बार पाली से सांसद भी रहे हैं. उनकी बेटी जिला प्रमुख रही है. लेकिन इस बार जिला परिषद चुनाव में दिव्या मदेरणा अपनी मां लीला मदेरणा को प्रमुख बनाने में कामयाब रही. जाखड़ अपनी बेटी के लिए पार्टी से प्रमुख का टिकट नहीं ला सके थे.
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इसी वर्ष कॉपरेटिव चुनाव में भोपालगढ में दिव्या मदेरणा पर हमला हुआ. जिसमें जाखड़ का खास आदमी शामिल था. उसके बाद से तो खींचतान और बढ़ गई. हाल ही में दिव्या मदेरणा ने खुलासा किया था कि पार्टी को बता चुकी हैं कि जाखड़ उन्हें व उनकी मां को भला-बुरा बोलते हैं. इसलिए उनके साथ कभी कांग्रेस का मंच साझा नहीं करुंगी.