जोधपुर. प्रतापनगर थाना क्षेत्र के गुरों का तालाब में मंगलवार रात को चानणा भाकर निवासी 45 वर्षीय रूपाराम की डूबने से हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजन एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना देकर बैठ गए (protest in man drowned in pond case) हैं. मौत के लिए जिम्मेदार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
मृतक के पुत्र त्रिलोक का आरोप है कि चार दिन पहले उनके घर पर तीन युवकों ने हमला किया था. उस मामले में पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की. इससे परेशान होकर कल रात को उसके पिता घर से निकल थे. उन्हें रात को सूचना मिली की उनका शव गुरों का तालाब में मिला है. अब उनकी हत्या हुई है या वह खुद तालाब में कूदे थे, इसकी जांच करनी होगी. त्रिलोक ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसके छोटे भाई का कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था. उस मामले में पुलिस ने समझौता करवाया था. लेकिन 29 अक्टूबर की रात को 2 बजे हमारे घर पर तीन युवकों ने पेट्रोल डाला और आग गला दी. इससे एक बाइक भी जल गई.
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इसकी रिपोर्ट पुलिस को दी गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. रात को हम आरोपियों के घर ले गए. लेकिन पुलिस ने वहां मौजूद एक जने को गिरफ्तार नहीं किया. दो दिन बाद हमने ही एक आरोपी को पुलिस को सौंपा था. पुलिस की अनदेखी से मेरे पिता परेशान थे. वहीं प्रताप नगर थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने कहा कि 29 की रात 2 बजे की घटना के बाद हमने सुबह 4 बजे ही मामला दर्ज किया था. 2 दिन बाद एक बाल अपचारी को निरूद्ध किया गया. कल शाम को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. लेकिन वह अभी एमजीएच में भर्ती है. पुलिस ने इस मामले में कोई लापरवाही नहीं की है. फिलहाल समझाइश कर रहे हैं.