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भोपालगढ़ : खेतों में सुबह जीरे की फसल पर नजर आई बर्फ की चादर, पाला पड़ने की भी संभावना

जोधपुर के भोपालगढ़ क्षेत्र में शीतलहर के कारण बर्फ के रूप में चादर जमी रहती है. उससे बचाव के लिए किसानों को सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01% यानी एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने की कृषि विशेषज्ञों की ओर से सलाह दी गई है.

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जोधपुर में शीतलहर की वजह से फसल खराब होने की संभावना
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Published : Dec 15, 2019, 10:44 AM IST

भोपालगढ़ (जोधपुर). क्षेत्र में सुबह के समय शीत लहर के कारण ठंडी हवा में कोहरा आने के बाद फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी रहती है. उससे बचाव के लिए किसानों को सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01% अर्थात एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने को कहा गया है, जिससे खड़ी फसल का पाले से बचाया जा सके.

जोधपुर में शीतलहर की वजह से फसल खराब होने की संभावना

बताया जा रहा है कि 3 दिन पहले हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि के बाद भोपालगढ़ क्षेत्र में सुबह के समय रात को तेज कोहरा आने के बाद सुबह के समय फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी हुई नजर आती है. ऐसे में क्षेत्र में पाला पड़ने की संभावना है. इसलिए किसानों को इस पाले से बचाव करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार अपनाने चाहिए.

यह भी पढ़ें- जोधपुरः साल की अंतिम लोक अदालत सम्पन्न, सैकड़ों मामले निपटे

कृषि विभाग के सुपरवाइजर नासिर खिलजी ने बताया कि किसान पाले से बचाव के लिए आवश्यक उपचार काम में लें, ताकि फसलों को किसी प्रकार का नुकसान ना हो. खिलजी ने बताया कि किसान सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01%अर्थात एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें. ताकि खड़ी फसल का पाले से बचाव होगा.

भोपालगढ़ (जोधपुर). क्षेत्र में सुबह के समय शीत लहर के कारण ठंडी हवा में कोहरा आने के बाद फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी रहती है. उससे बचाव के लिए किसानों को सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01% अर्थात एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने को कहा गया है, जिससे खड़ी फसल का पाले से बचाया जा सके.

जोधपुर में शीतलहर की वजह से फसल खराब होने की संभावना

बताया जा रहा है कि 3 दिन पहले हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि के बाद भोपालगढ़ क्षेत्र में सुबह के समय रात को तेज कोहरा आने के बाद सुबह के समय फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी हुई नजर आती है. ऐसे में क्षेत्र में पाला पड़ने की संभावना है. इसलिए किसानों को इस पाले से बचाव करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार अपनाने चाहिए.

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कृषि विभाग के सुपरवाइजर नासिर खिलजी ने बताया कि किसान पाले से बचाव के लिए आवश्यक उपचार काम में लें, ताकि फसलों को किसी प्रकार का नुकसान ना हो. खिलजी ने बताया कि किसान सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01%अर्थात एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें. ताकि खड़ी फसल का पाले से बचाव होगा.

Intro:शीतलहर में पाला पड़ने की संभावना के चलते खड़ी फसल का बचाव करें किसान, भोपालगढ़ क्षेत्र में सुबह के समय फसलों पर बर्फबारी की चादर हो रहीBody:भोपालगढ़ क्षेत्र में सुबह के समय शीत लहर के कारण ठंडी हवा में कोहरा आने के बाद फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी रहती है ।उसके बचाव के लिए किसानों को सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01%याने एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।खडी फसल का पाले से बचाव होगा।Conclusion:फसलों पर पड़ने लगा पाला, किसान करें बचाव
भोपालगढ़।
पिछले 3 दिनों पहले हुई तेज बारिश व ओलावृष्टि के बाद भोपालगढ़ क्षेत्र में सुबह के समय रात्रि को तेज कोहरा आने के बाद सुबह के समय फसलों पर बर्फ के रूप में चादर जमी हुई नजर आती है ।ऐसे में क्षेत्र में पाला पड़ने की संभावना है ।दिनोंदिन किसानों के लिए बढ़ती हुई संभावना देखी जा रही है। किसानों को इस पाले से बचाव करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार अपनाने चाहिए। कृषि विभाग के सुपरवाइजर नासिर खिलजी ने बताया कि किसान पाले से बचाव के लिए आवश्यक उपचार काम में ले ले ,ताकि फसलो को किसी प्रकार का नुकसान ना हो। खिलजी ने बताया कि किसान सांद्र सल्फ्युरिक अम्ल 0.01%याने एक लीटर सल्फ्युरिक अम्ल को एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।खडी फसल का पाले से बचाव होगा।

बाईट -- नासिर खिलजी, सुपरवाइजर कृषि विभाग
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