झालावाड़: पिड़ावा प्राथमिक अस्पताल में महिला के नसबंदी ऑपरेशन के दो दिन बाद संदिग्ध मौत हो गई. इस दौरान परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल में हंगामा कर दिया. परिजनों ने गुरुवार को महिला की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद जिला अस्पताल में कुछ देर के लिए हालात तनावपूर्ण हो गए. बाद में प्रशासन ने एक परिजन को संविदा पर नौकरी और दो लाख रुपए का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ. मामले में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी साजिद खान ने बताया कि पिड़ावा प्राथमिक चिकित्सालय में अरनिया निवासी मुनिया ने मंगलवार को नसबंदी ऑपरेशन कराया था.
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद ब्लड नहीं रुकने पर महिला को झालावाड़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महिला का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया. परिजनों को आर्थिक सहायता सहित एक सदस्य को सरकारी नोकरी देने की मांग की थी. इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीम अभिषेक चारण की उपस्थिति में महिला परिजनों को 2 लाख की आर्थिक सहायता तथा एक परिजन को संविदा कर्मचारी पर नियुक्ति देने का आश्वासन दिया गया है.
साजिद खान ने बताया कि परिजनों की शिकायत के बाद पांच सदस्यों की डॉक्टर की एक टीम का गठन किया गया है. यह टीम महिला की मौत के कारणों की जांच की करेगी. फिलहाल महिला के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू की गई है. प्रशासन ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि चिकित्सा टीम की जांच में दोषी पाए जाने वाले चिकित्सकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.