जोधपुर. राजस्थान में वैट की दरें ज्यादा होने के कारण पेट्रोल पंप संचालक खासा परेशान हैं और बिक्री भी काफी हद तक प्रभावित हुई है. जिसकी वजह से पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल के भावों में 10 से 12 रुपये का अंतर आ रहा है. जिसके चलते सीमावर्ती इलाकों के निवासी दूसरे राज्य के नजदीकी पंप से ईंधन ले रहे हैं. इसके इसके अलावा वाहन चालक जो कि मुंबई से दिल्ली व पंजाब जाता है. वह गुजरात में तेल भरवाने के बाद सीधा पंजाब में तेल लेने लगा है.
सैंकडों किलोमीटर के राजस्थान के राजमार्ग पर चलने के बावजूद वह यहां ईंधन नहीं भरवाता है. इसकी वजह यहां के भाव हैं. इसके विरोध में राजस्थान पेट्रोलियम डिलर्स एसोसिएशन की गत दिनों जयपुर में हुई बैठक में सभी ने एक मत से निर्णय लिया है कि 10 अप्रैल को सभी पंप संचालक हड़ताल पर रहेंगे. अगर सरकार ने इसके बावजूद वैट कम करने पर निर्णय नहीं लिया तो 25 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे.
जोधपुर पेट्रोलियम डिलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह रूदिया का कहना है कि राजस्थान में पेट्रोल पर 36 व डीजल पर 26 फीसदी वैट लग रहा है, जो पड़ोसी राज्यों गुजरात, हरियाण व पंजाब, एमपी से सर्वाधिक है. इसकी सीधी मार पंप संचालकों पर पड़ रही है. प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के पंपों पर बिक्री पूरी तरह से ठप्प हो गई हैं. कई पंप बंद करने की नौबत आ गई है, लेकिन इसके बावजूद सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.