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Jodhpur Cyber Fraud 2022: जोधपुर के एक्सपोर्टर से की थी 16 करोड़ की ऑनलाइन ठगी, हिसार से गिरफ्तार

Jodhpur Big Cyber Fraud 2022, जोधपुर के एक्सपोर्टर से 2022 में 16 करोड़ रुपयों की ठगी की गई थी. हैंडीक्राफ्ट निर्यातक से किए गए स्कैम के एक और आरोपी को पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर हिसार जेल से जोधपुर लाई है.

Jodhpur Cyber Fraud 2022
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Published : Mar 1, 2023, 12:12 PM IST

जोधपुर. शहर के हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर के साथ गत वर्ष हुई अब तक की सबसे बड़ी ऑनलाइन ठगी के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया. बीकानेर निवासी करण गवलानी ठगी के मामले में ही हिसार में गिरफ्तार हुआ था. अब जोधपुर पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाई है. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि वह भी इस ठगी के मामले में शामिल था. उसके मार्फत भी राशि का लेनदेन हुआ है. जोधपुर साइबर सेल के एसीपी मांगीलाल राठौड़ के अनुसार करण का तीन दिन का रिमांड लिया है. उससे विस्तृत पूछताछ में उसकी भूमिका का खुलासा होगा.

करण समेत 12 गिरफ्तार- थानाधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक अरविंद कालानी से हुई 16.26 करोड़ रुपए की ठगी के मामल में बीकानेर जिले के कोटगेट थानान्तर्गत धोबी तलाई गली-9 निवासी करण गवलानी (20) पुत्र तोलाराम सिंधी को गिरफ्तार किया गया है. हिसार थाना पुलिस की पूछताछ में उसने जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक से ठगी में शामिल होना कबूल किया था. इस मामले में अब तक मानव गर्ग, दीपक सोनी, राहुल कांताराम सातव, बीचू मोहम्मद साद्दिक फिरोजुद्दीन, दीपेन्द्रसिंह झाला, क्षत्रिय धन बहादुर, विनोद कुमार शाह, हार्दिक भरत भाई हीरानी, मयूर भाई पटेल, चौहान हष व गौरांग ठाकुर को गिरफ्तार किया जा चुका है.

2.52 करोड़ का हुआ रिफंड- अरविंद कालानी के साथ हुई 16 करोड़ से अधिक की ठगी के बाद पुलिस ने कई ट्रांजेक्शन को फॉलो किया. जिसके तहत 72 लाख रिफंड हुए है. जबकि 1.75 करोड़ रुपए के ड्राफ्ट जब्त कोर्ट में जमा करवाए थे. जो व्यापारी को मिल गए है. अब तक कुल 2.52 करोड़ रुपए रिफण्ड कराए गए हैं.

ऐसे बुना जाल!- पावटा ए रोड निवासी अरविंद कालानी को गत वर्ष 31 अक्टूबर को विदेशी महिला ने अमरीका के मोबाइल नम्बर से निर्यातक को व्हॉट्सऐप मैसेज किया. जिसमें अपना व कम्पनी का नाम और कम्पनी की वेबसाइट बताई. इसके बाद और लोगों से उसकी बात हुई. विदेशियों ने व्यापारी को लाभ के सारे आंकड़े समझाए जिसके बाद एक्सपोर्टर ने कम्पनी में चार तरह की मैम्बरशिप (ब्रांज, सिल्वर, गोल्ड व प्लेटिनम) में से सिल्वर की सदस्यता लेकर दो लाख 27 हजार रुपए जमा करवाए. इसके एवज में कुछ दिनों तक कमीशन भी दिया गया जिसके बाद व्यापारी का भरोसा बढ़ गया तो निवेश और किया गया. इस दौरान ठगों ने एग्रीमेंट भेजकर एक्सपोर्टर से डिजिटल हस्ताक्षर भी करवा लिए थे.

पढ़ें- जोधपुर: 16 करोड़ की ऑनलाइन ठगी मामला, पुलिस ने पकड़े 2 आरोपी...चौंकाने वाला खुलासा

101 ट्रांजेक्शन में दिए थे 16 करोड़- पुलिस के अनुसार विदेशी कंपनी के प्रलोभन में आए एक्सपोर्टर अरविंद कालानी ने अपने कंपनी के खातों से 101 भाग बार ट्रांजेक्शन किए और करीब 16 करोड़ 26 लाख 387 रुपए ठगों के बताए खातों में जमा करवा दिए. इसके बाद ठगों ने उसे मेंबरशिप अपग्रेड करने का कहा, लेकिन एक्सपोर्टर ने इससे इंकार करते हुए अपनी राशि वापस लौटाने की मांग रखी. जिसके बाद ठगों उसे व्हाट्सएप चैट से बाहर कर दिया. एक्सपोर्टर ने ठगों के नंबर पर संपर्क का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ तो उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है. जिसके बाद उसने महामंदिर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई.

जोधपुर. शहर के हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर के साथ गत वर्ष हुई अब तक की सबसे बड़ी ऑनलाइन ठगी के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया. बीकानेर निवासी करण गवलानी ठगी के मामले में ही हिसार में गिरफ्तार हुआ था. अब जोधपुर पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाई है. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि वह भी इस ठगी के मामले में शामिल था. उसके मार्फत भी राशि का लेनदेन हुआ है. जोधपुर साइबर सेल के एसीपी मांगीलाल राठौड़ के अनुसार करण का तीन दिन का रिमांड लिया है. उससे विस्तृत पूछताछ में उसकी भूमिका का खुलासा होगा.

करण समेत 12 गिरफ्तार- थानाधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक अरविंद कालानी से हुई 16.26 करोड़ रुपए की ठगी के मामल में बीकानेर जिले के कोटगेट थानान्तर्गत धोबी तलाई गली-9 निवासी करण गवलानी (20) पुत्र तोलाराम सिंधी को गिरफ्तार किया गया है. हिसार थाना पुलिस की पूछताछ में उसने जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक से ठगी में शामिल होना कबूल किया था. इस मामले में अब तक मानव गर्ग, दीपक सोनी, राहुल कांताराम सातव, बीचू मोहम्मद साद्दिक फिरोजुद्दीन, दीपेन्द्रसिंह झाला, क्षत्रिय धन बहादुर, विनोद कुमार शाह, हार्दिक भरत भाई हीरानी, मयूर भाई पटेल, चौहान हष व गौरांग ठाकुर को गिरफ्तार किया जा चुका है.

2.52 करोड़ का हुआ रिफंड- अरविंद कालानी के साथ हुई 16 करोड़ से अधिक की ठगी के बाद पुलिस ने कई ट्रांजेक्शन को फॉलो किया. जिसके तहत 72 लाख रिफंड हुए है. जबकि 1.75 करोड़ रुपए के ड्राफ्ट जब्त कोर्ट में जमा करवाए थे. जो व्यापारी को मिल गए है. अब तक कुल 2.52 करोड़ रुपए रिफण्ड कराए गए हैं.

ऐसे बुना जाल!- पावटा ए रोड निवासी अरविंद कालानी को गत वर्ष 31 अक्टूबर को विदेशी महिला ने अमरीका के मोबाइल नम्बर से निर्यातक को व्हॉट्सऐप मैसेज किया. जिसमें अपना व कम्पनी का नाम और कम्पनी की वेबसाइट बताई. इसके बाद और लोगों से उसकी बात हुई. विदेशियों ने व्यापारी को लाभ के सारे आंकड़े समझाए जिसके बाद एक्सपोर्टर ने कम्पनी में चार तरह की मैम्बरशिप (ब्रांज, सिल्वर, गोल्ड व प्लेटिनम) में से सिल्वर की सदस्यता लेकर दो लाख 27 हजार रुपए जमा करवाए. इसके एवज में कुछ दिनों तक कमीशन भी दिया गया जिसके बाद व्यापारी का भरोसा बढ़ गया तो निवेश और किया गया. इस दौरान ठगों ने एग्रीमेंट भेजकर एक्सपोर्टर से डिजिटल हस्ताक्षर भी करवा लिए थे.

पढ़ें- जोधपुर: 16 करोड़ की ऑनलाइन ठगी मामला, पुलिस ने पकड़े 2 आरोपी...चौंकाने वाला खुलासा

101 ट्रांजेक्शन में दिए थे 16 करोड़- पुलिस के अनुसार विदेशी कंपनी के प्रलोभन में आए एक्सपोर्टर अरविंद कालानी ने अपने कंपनी के खातों से 101 भाग बार ट्रांजेक्शन किए और करीब 16 करोड़ 26 लाख 387 रुपए ठगों के बताए खातों में जमा करवा दिए. इसके बाद ठगों ने उसे मेंबरशिप अपग्रेड करने का कहा, लेकिन एक्सपोर्टर ने इससे इंकार करते हुए अपनी राशि वापस लौटाने की मांग रखी. जिसके बाद ठगों उसे व्हाट्सएप चैट से बाहर कर दिया. एक्सपोर्टर ने ठगों के नंबर पर संपर्क का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ तो उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है. जिसके बाद उसने महामंदिर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई.

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