बालेसर(जोधपुर). बालेसर कस्बे के जुनावास में एक बुर्जग महिला की मौत पर उसके अंतिम संस्कार उसके पांच पुत्रों ने मिलकर किया. कोरोना वायरस के चलते अंतिम संस्कार में कोई दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं हुआ. लोगों में कोरोना वायरस का खाैफ इस कदर है कि इस बुर्जग महिला की अंतिम संस्कार की यात्रा में इनके पांच पुत्रों के अलावा कोई व्यक्ति शामिल नहीं हुआ.
कोरोना वायरस के चलते जहां देश भर में लाॅकडाउन चल रहा हैं. लोगों में इस बीमारी का खौफ इस कदर से हावी हो गया है कि लोग घरों से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं. लोग किसी भी प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम में भाग नही ले रहे हैं. जोधपुर जिले के बालेसर कस्बे के जुनावास गांव निवासी 95 वर्षिय बुजुर्ग महिला धाई देवी पत्नी जुगताराम मेघवाल का दोपहर के समय निधन हो गया.
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कोरोना वायरस के चलते उसकी अंतिम यात्रा में उसके पांच पुत्रों बाबूराम, उदाराम, मालाराम, घेवरराम, चन्द्राराम ने मिलकर किया. इनके पांचों पुत्रों ने अंतिम संस्कार के सारे रीति-रिवाज से कर चार पुत्रों ने अर्थी को कंधा देकर शमशान घाट तक लेकर गए. उसके अंतिम संस्कार में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शव यात्रा में अन्य कोई व्यक्ति शामिल नहीं हुआ.