जोधपुर. राजस्थान के साथ ही पूरे देश ने इतिहास बनते हुए देखा, जब राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पंकज मित्थल ने अधिवक्ता कोटा से सोमवार को डॉ. नुपूर भाटी को न्यायाधीश पद की शपथ दिलवाई. नुपूर भाटी महिला अधिवक्ता के रूप में राजस्थान की दूसरी महिला जस्टिस बनीं. इतिहास यह बना कि किसी भी हाईकोर्ट में पति-पत्नी के रूप में यह दूसरा जोड़ा है जो कि अधिवक्ता के बाद अब जस्टिस के रूप में राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई करेगा.
डॉ. नुपूर भाटी ने जोधपुर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस के बाद यहीं पर जस्टिस की शपथ ली तो उनके पति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने 16 नवंबर 2016 को जस्टिस की शपथ ली थी. अब उनकी पत्नी यानी डॉ. नुपूर भाटी ने भी जस्टिस पद की शपथ ली है. दोनों ही राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर मुख्यपीठ में सुनवाई करेंगे. इससे पहले भी अधिवक्ता कोटे से 6 नवंबर 2019 को जस्टिस महेन्द्र गोयल ने शपथ ली और उनकी पत्नी शुभा मेहता जो कि न्यायिक अधिकारी थीं, उन्होंने 6 जून 2022 को राजस्थान हाईकोर्ट में जस्टिस पद की शपथ ली.
जस्टिस महेन्द्र गोयल व उनकी पत्नी शुभा मेहता राजस्थान हाईकोर्ट में पति-पत्नी के रूप में पहला जोड़ा था तो वहीं अब जस्टिस डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी व उनकी पत्नी जस्टिस डॉ. नुपूर भाटी दूसरा जोड़ा है जो कि राजस्थान में हाईकोर्ट जस्टिस बने हैं. राजस्थान के लिए यह क्षण गौरवान्वित करने वाला है कि यहां पति-पत्नी के दो जोड़े जस्टिस के रूप में मामलों की सुनवाई करेंगे.
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संभवत: देश में भी राजस्थान पहला हाईकोर्ट है, जहां पति-पत्नी के दो जोड़े एक साथ मामलों की सुनवाई करेंगे. राजस्थान हाईकोर्ट में एक साथ अब तीन महिला जस्टिस होंगी. जस्टिस रेखा बोराणा, जस्टिस शुभा मेहता और अब जस्टिस डॉ. नुपूर भाटी, इन तीन महिला जस्टिस के साथ राजस्थान में अब महिला अधिवक्ताओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी.