जोधपुर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि केद्र सरकार का प्रयास है कि किसान जीरों बजट पर खेती करे. जिससे लागत कम होगी, तो किसान का मुनाफा अधिक होगा तो किसान को फायदा होगा और वह समृद्ध होगा.
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चौधरी सोमवार को जोधपुर में केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान(काजरी) के अवलोकन पर थे. उन्होंने काजरी में चल रहे शोध की जानकारी ली और काजरी परिसर का भ्रमण किया. उन्होंने काजरी में हो रही रिसर्च की सराहना करते हुए कहा कि काजरी को किसानों के लिए कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देने वाली तकनीक को आगे बढ़ाना चाहिए.
चौधरी ने कहा कि भारत सरकार किसानों को जीरों बजट पर खेती करने के लिए प्रेरित कर रही है. इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. किसान ज्यादा से ज्यादा सरकारी योजनाओं का फायदा उठाए और तकनीक का उपयोग करें. इसके लिए मेले व कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि किसानों को एफपीओ पर भी फोकस करना चाहिए. जिसमें दो से तीन किसान मिलकर काम करें. उन्होंने बताया कि बीकानेर में वैज्ञानिक राजस्थान की तुलसी के रूप में प्रसिद्ध खेजड़ी की उन्नत फसल पर काम कर रहे हैं. जिससे दो से तीन साल में खेजड़ी फल के रूप में सांगरी देने लग जाए. ऐसे में किसान साथ मिलकर सांगरी को बड़े स्तर पर बेचते हैं तो वह बहुत फायदेमंद होगा.
चौधरी ने कहा कि काजरी की रिसर्च का किसानों को फायदा हो रहा है और वैज्ञानिकों का प्रयास है इसमें लगातार इजाफा हो. इससे पहले काजरी के निर्देश पर ओपी यादव ने केंद्रीय मंत्री का अपने वैज्ञानिकों के साथ स्वागत किया. चौधरी ने काजरी परिसर स्थित सभी शोध कार्यों को भी देखा.