भोपालगढ़ (जोधपुर). मंडली चारणा गांव के मनरेगा श्रमिकों ने मेट, ग्राम विकास अधिकारी और जेटीए पर रुपए वसूली का आरोप लगाया है. इसको लेकर श्रमिकों ने विकास अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. साथ ही श्रमिकों ने मस्टररोल के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया है.
कोविड-19 को लेकर केंद्र व राज्य सरकार लॉकडाउन में लोगों को अपने ग्राम पंचायत में ही अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवा रही है. वहीं, भोपालगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में श्रमिकों ने मेट, ग्राम विकास अधिकारी और नरेगा के जेटीए पर वसूली करने का आरोप लगाया है. मनरेगा श्रमिकों ने शुक्रवार को भोपालगढ़ पहुंच कर विकास अधिकारी प्रदीप धनदे और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश जाखड़ को ज्ञापन दिया.
ज्ञापन में श्रमिकों ने बताया कि गवाही तालाब में मनरेगा को लेकर मस्टरोल (कार्य करनेवाले श्रमिकों के नाम की सूची) के साथ छेड़खानी की गई है. श्रमिकों का कहना है कि 12 दिन तक कार्य करवाकर मस्टररोल में हाजिरी सहित माप चढ़ाकर मस्टरोल जमा करवाया गया था. उसके बाद ग्राम विकास अधिकारी ओस्तरा, मनरेगा के जेटीए, कनिष्ठ लिपिक ने मस्टरोल के साथ छेड़खानी करते हुए श्रमिकों की गैर हाजिरी लगाई है.
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इसके साथ ही मेट ने श्रमिकों से प्रति पखवाड़ा 200 रुपए की अवैध वसूली की है. इस दौरान श्रमिकों ने बताया कि प्रति पखवाड़ा 84 हजार वसूली कर कर्मचारी आपस में बांट लेते हैं. ऐसे में परेशान होकर श्रमिकों ने तुरंत कार्रवाई की मांग की है.