जोधपुर. जिले में अलग-अलग सोशल मीडिया ग्रुप और कई सोशल मीडिया साइट पर पिछले तीन-चार दिनों से एक मैसेज वायरल हो रहा है. यह वायरल मैसेज 28 फरवरी को पब्लिक पार्क भरो आंदोलन के नाम से मैसेज भारी किया जा रहा है. मैसेज में एक जाति विशेष के लोगों को 3:00 बजे पब्लिक पार्क में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एकत्रित होने की अपील की जा रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज में जोधपुर के पब्लिक पार्क को शाहीन बाग बनाने को लेकर भी मैसेज वायरल किया जा रहा है. हलांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज का जोधपुर पुलिस ने खंडन किया है. जोधपुर के डीसीपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि इस बारे में पुलिस ने सभी संगठनों से बात की है लेकिन कोई भी संगठन 28 फरवरी को पब्लिक पार्क में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन या आंदोलन करने की जिम्मेदारी नहीं ले रहा. यही नहीं किसी संगठन ने सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन जारी करने हेतु परमिशन भी नहीं मांगी है.
डीसीपी धर्मेंद्र यादव ने बताया कि सोशल मीडिया पर चल रहे पब्लिक पार्क भरो आंदोलन को लेकर गुरुवार तक पुलिस के पास किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं आई है और ना ही किसी संगठन या पार्टी ने इस बारे में पुलिस से परमिशन ली है. डीसीपी ने बताया कि अगर बिना परमिशन किसी भी संगठन द्वारा विरोध प्रदर्शन जाहिर किया गया है या भीड़ एकत्रित की गई तो उन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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वायरल हो रहे इस मैसेज को लेकर डीसीपी ने कहा कि, सोशल मीडिया पर चलने वाले मैसेज से आम जनता गुमराह होती है. आम जनता को सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले मैसेज पर भरोसा नहीं करना चाहिए. डीसीबी धर्मेंद्र सिंह कहा कि, गुरुवार तक किसी भी संगठन या पार्टी ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध प्रदर्शन करने के लिए परमिशन नहीं ली है. अगर बिना परमिशन के किसी भी संगठन या पार्टी ने विरोध-प्रदर्शन किया तो पुलिस द्वारा उन सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.