ओसियां (जोधपुर). पाकिस्तान सरहद पार कर आने वाली टिड्डियों का सफाया हेलीकॉप्टर के जरिए शुरू कर दिया गया है. रविवार सुबह ओसियां क्षेत्र के भीकमकोर गांव में बैठे करीब 4 किलोमीटर लंबे टिड्डी दल को हेलीकॉप्टर के जरिए कीटनाशक छिड़ककर नष्ट किया गया.
भीकमकोर गांव के केरला नाडा और सिरमंडी क्षेत्र में शनिवार रात 4 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में टिड्डियों के एक बड़े समूह ने डेरा जमाया था. टिड्डी नियंत्रण विभाग ने रात को इसकी सूचना एयर फोर्स को दी. जिसके बाद रविवार को सुबह करीब 6 बजे एमआई-17 हेलिकॉप्टर ने छिड़काव शुरू किया. मौके पर मौजूद विभागीय कर्मचारियों ने ऊंचे धोरों पर लाल रंग के झंडे लगाकर इन्हें टिड्डियों के पड़ाव स्थल की लोकेशन बताई. बताई गई लोकेशन पर लगातार एक घंटे तक हेलीकॉप्टर से कीटनाशक का छिड़काव किया गया.
पढ़ें- भोपालगढ़ के आसमान में मंडराता टिड्डी दल, खरीफ फसलों को किया चौपट
इस दौरान ये हेलीकॉप्टर 25 से 30 मीटर ऊंचाई पर उड़ रहा था. इसके अलावा एक दूसरा हेलिकॉप्टर भी आसमान में मंडराता रहा. यह छिड़काव कर रहे हेलिकॉप्टर के सपोर्ट में उड़ान भरता रहा. इस दौरान 150 लीटर मेलाथियोन 96 प्रतिशत रसायन का 150 हेक्टेयर में छिडकाव हुआ. इससे क्षेत्र में करीब 50 फीसदी टिड्डी मारी गई, जबकि 50 फीसदी कीटनाशक की जद में आने के कारण उड़ने योग्य नहीं रही है और एक-दो दिन में दम तोड़ देगी.
पढ़ें- बूंदी में एक बार फिर टिड्डी दल का अटैक, नमाना और डाबी में वनस्पति चट
टिड्डी नियंत्रण विभाग के संयुक्त निदेशक केएल गुर्जर ने बताया कि वायु सेना ने देश को टिड्डियों के हमलों से बचाने की खातिर एमआइ-17 हेलीकॉप्टरों के जरिए टिड्डी नियंत्रण प्रणाली विकसित की है. गुर्जर ने बताया कि वायुसेना के हेलिकॉप्टर से टिड्डियों पर देश में पहली बार परीक्षण के तौर पर छिड़काव किया है. ये परीक्षण सफल रहा है. उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत से अधिक टिड्डियां मर गई हैं और बाकी बची हुई भी घायल अवस्था में हैं, जो एक-दो दिन में मर जाएंगी. गुर्जर ने ये भी बताया कि अगले महीने टिड्डियों के बड़े दल आने की सूचनाएं हैं. ईरान और पाकिस्तान में नए दल विकसित हो रहे हैं.