ओसियां (जोधपुर). जिले के ओसियां क्षेत्र में इन दिनों टिड्डी दल का आतंक जारी है. टिड्डी दल ने किसानों की नींद उड़ा रखी है. सोमवार शाम को ओसियां क्षेत्र के थोब, बारा गांव के खेतों में 3 किमी लंबा टिड्डी दल आसमान में विचरण करता देखा गया. इतनी संख्या में आसमान में उड़ते टिड्डी दल को देखकर किसानों के होश उड़ गये. किसानों ने ढोल, थाली बजाकर टिड्डियों को उड़ाने का जतन किया, लेकिन रात में टिड्डी दल ने फसल को जमकर नुकसान पहुंचाया. जिसके बाद किसानों ने टिड्डी दल के पड़ाव की सूचना स्थानीय प्रशासनिक और कृषि अधिकारी को दी.
कृषि टीम ने मौके पर पहुंचकर टिड्डी दल पर पाया नियंत्रण
सोमवार शाम को थोब, बारा गांव में हजारों की तादाद में टिड्डी दल ने रात्रि में खेतों में पड़ाव डाला. किसानों की ओर से टिड्डी दल की सूचना पर और उपखंड अधिकारी रतनलाल रैगर के निर्देशानुसार सहायक कृषि अधिकारी ओसियां ग्यारसी लाल बधाला और बापिणी सहायक कृषि अधिकारी मोती लाल देवासी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद मंगलवार सुबह पेड़ों पर स्प्रे किया गया. जिससे टिड्डी दल को मारा गया. इस दौरान पेड़ों के नीचे हजारों की तादाद में टिड्डियों के बड़े-बड़े ढेर लगे दिखाई दिए.
कृषि अधिकारी ने बताया कि यह टिड्डी दल ईरान में पैदा हुआ है, जो पाकिस्तान के रास्ते जैसलमेर, बाड़मेर होते हुए जोधपुर तक पहुंचा है. लॉकडाउन में मानव गतिविधियां कम होने के कारण इनकी संख्या दिनों दिन बढ़ रही है. यह टिड्डी तब तक सफर करती है, जब तक ये मर नहीं जाती. ईरान और दक्षिणी पश्चिमी पाकिस्तान में जून की शुरुआत में हुई बारिश से टिड्डियों का प्रजनन जारी है और ये जुलाई तक भारत-पाकिस्तान सीमा पर आते रहेंगी.
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टिड्डी दल ने खेतों में खड़ी फसलों को किया बर्बाद
गौरतलब है कि गत दिनों बारिश के बाद किसानों ने खेतों में कई हेक्टेयर में कपास, बाजरा, मूंग, मोठ और तिल की फसलें बोयी थी. अभी फसल अंकुरित होकर बाहर निकली थी, ऐसे में सोमवार रात्रि को खेतों में पड़ाव डाले टिड्डी दल ने फसलों को चट कर दिया. खेती की शुरुआत में टिड्डी दल के पहुंचने और राज्य सरकार की ओर से पर्याप्त इंतजाम ना होने से किसानों को चिंता सताने लगी है. वहीं किसानों ने उपखंड अधिकारी रतनलाल रैगर को टिड्डी दल से फसलों को हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया और राज्य सरकार से उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है.