जोधपुर. राजस्थान हाई कोर्ट के निर्देश पर नियुक्त किए गए न्याय मित्रों ने उम्मेद अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. करीब 1 से 2 घंटे तक न्याय मित्र अस्पताल में रहे और यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के बाद उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मामला न्यायालय के अधीन है, निरीक्षण की रिपोर्ट न्यायालय को देंगे.
न्याय मित्र राजेंद्र सारस्वत, कुलदीप वैष्णव और पंकज शर्मा ने शुक्रवार को उम्मेद अस्पताल पहुंच कर औचक निरीक्षण शुरू किया. अस्पताल अधीक्षक को जानकारी मिलने पर वह भी उनके साथ रही. बाद में कार्यालय में कुछ देर तक अन्य जानकारियां भी न्यायमित्रों ने प्राप्त की.
निरीक्षण के दौरान मीडिया को भी प्रवेश नहीं दिया गया. गौरतलब है कि राजस्थान हाइकोर्ट में बांसवाड़ा में नवजात की मौतों को लेकर चल रही याचिका की गत सुनवाई के दौरान जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में भी 1 माह में 146 बच्चों की मौत का मामला सामने आया था. इस पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए चीफ जस्टिस इंद्रजीत महांति और जस्टिस पुष्पेन्द्र सिंह भाटी की खंडपीठ ने प्रदेश के असप्तालों में बच्चों की हो रही मौतों पर चिंता जताई थी.
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हाईकोर्ट की खंडपीठ ने बच्चों की मौत पर राज्य सरकार को 3 तरह के महत्वपूर्ण निर्देश दिए जिसमें पूछा गया कि राज्य में कितने बच्चों की मौत हुई है? किन कारणों से मौत हुई है? जिला अस्पतालों में कम्प्यूटर से रजिस्ट्रेशन होता है या नहीं, नहीं तो लागू करें. इसकी खण्डपीठ ने रिपोर्ट तलब की है. साथ ही न्यायमित्रों ने 2 असप्तालों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी थी. मामले की सुनवाई 10 फरवरी को होगी.