जोधपुर. शेरगढ़ में सिलेंडर ब्लास्ट हादसे (jodhpur cylinder blast) में रविवार को मृतकों की संख्या 35 पहुंच गई है. हादसे में झुलसे तेज सिंह (50) नाम के व्यक्ति ने आज उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इस बीच महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी से निकली विरोध रैली कलेक्ट्रेट पर (protest in Jodhpur collectorate) अभी तक बनी हुई है. इससे पहले समाज के प्रतिनिधियों से संभागीय आयुक्त कक्ष में करीब 2 घंटे तक वार्ता हुई. समाज के लोगों ने कहा कि सरकार के निर्णय करने के बाद ही हम यहां से वापस लौटेंगे.
इसके बाद प्रशासनिक अमला जयपुर संपर्क करने लगा, लेकिन पूरे प्रयास के बाद भी मुख्य सचिव की मुख्यमंत्री से बात नहीं हुई क्योंकि सीएम भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त थे. इसके चलते वार्ता विफल हो गई. हालांकि अभी भीड़ कलेक्ट्रेट पर ही जमा है. समाज के सभी प्रतिनिधि भी रैली में ही मौजूद है.
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भाटी ने ली कलेक्टर की क्लास
इस दौरान पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने संभागीय आयुक्त के साथ ही जोधपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को (former minister angry on jodhpur collector) भी खरी-खरी सुनाई. भाटी ने कहा कि प्रशासन का एक भी नुमाइंदा मौके पर नहीं पहुंचा, जबकि इतना बड़ा हादसा हुआ है. भाटी ने यहां तक कहा कि आप सब की मानवता मर गई है. कलेक्टर कहते हैं कि मैं अस्पताल देखूं या मौके पर जाऊं. डीएसओ तक नहीं गया. कलेक्टर कहते हैं कि सगत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए, यह विचार क्यों आया. समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन के खिलाफ गहरा आक्रोश जताया.
मांग पचास की, सरकार बीस लाख देने को भी तैयार नहीं: उमेद सिंह ने मोर्चरी में जमा समाज के लोगों से कहा कि हमने सरकार से प्रत्येक मृतक के परिजन 20 लाख (Shergarh Accident in Jodhpur) देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन सरकार 17 लाख पर अड़ी हुई है. जिसके चलते बातचीत विफल हुई है. गौरतलब है कि इससे पहले संघर्ष समिति ने मृतक परिजनों के लिए 50 लाख देने की मांग रखी थी, लेकिन बाद में सहमति के आधार पर बीस लाख पर सहमति बनी. वहीं सरकार ने इसे भी नहीं माना.