जोधपुर. नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न मामले में जेल में बंद आसाराम की उम्मीदों पर एक बार फिर से झटका लगा है. जस्टिस संगीत लोढ़ा की खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया है.
दरअसल आसाराम यौन उत्पीड़न मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. उनकी ओर से हाईकोर्ट में दायर की गई अंतरिम जमानत याचिका सोमवार को सुनवाई होनी थी. याचिका जस्टिस संगीत कोटा की खंडपीठ में सूचीबद्ध की गई थी. लेकिन खंडपीठ ने सोमवार को याचिका पर सुनवाई से इंकार कर दिया है. जिसके बाद याचिका अन्य बेंच को स्थानांतरित कर दिया है.
वहीं आसाराम की पत्नी लक्ष्मी देवी की हार्टअटैक आने से उनका अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज चल रहा है. ऐसे में आसाराम ने अपनी पत्नी की देखभाल करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जमानत की मांग की थी. लेकिन याचिका की सुनवाई नहीं होने से आसाराम की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.
गौरतलब है कि पिछले 5 साल से भी अधिक समय से आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. 25 अप्रैल 2018 को एसी एसटी मामले की विशेष अदालत ने आसाराम को जीवन के अंतिम सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी. जिसके बाद से आसाराम अंतरिम जमानत की मांग करते रहे हैं. उन्होंने दो बार जिला कमेटी के सामने याचिका पेश की.
इससे पहले आसाराम ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अंतरिम जमानत की मांग की थी. जिस पर कोर्ट ने इसे जिला न्यायिक कमेटी को ट्रांसफर कर दिया. जहां सुनवाई के दौरान कमेटी ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद बाद उन्होंने एक बार फिर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.