जोधपुर. जिले के इस सेंट्रल जेल में बंद कैदी गैंग सक्रिय कर रहे है. जिसके चलते सेंट्रल जेल एक बार फिर से सुर्खियों में है. बता दें कि रविवार का एक मामला सामने आया है. जिसमें प्रताप नगर थाना पुलिस ने अवैध हथियार की सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से छह पिस्टल और 27 जिंदा कारतूस बरामद किए है.
मुख्य आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद दो कैदियों के इशारे पर अवैध हथियारों को बेचा करता था. जोधपुर सेंट्रल जेल में बैठे अपराधी ने अपना पूरा गिरोह बना रखा है, जिसके इशारे पर मध्य प्रदेश से राजस्थान तक लोग हथियार मंगवाते हैं. साथ ही इन हथियारों को जोधपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में सप्लाई कर रहे हैं.
डीसीपी वेस्ट प्रीति चंद्रा ने बताया कि हथियारों की सप्लाई करने वाले मुख्य सप्लायर अर्जुन राम चरण से पूछताछ करने पर पता चला कि वह जेल में बंद महिपाल ओंकार सिंह के इशारें पर मध्यप्रदेश से अवैध हथियार लाकर सप्लाई करने का काम कर रहा था. पूछताछ में सामने आया है कि जोधपुर जेल में एनडीपीएस मामले में बंद महिपाल और ओकार सिंह ही हथियार लाने और सप्लाई के बारे में बताता था.
पढ़ें- जम्मू-कश्मीर : आतंकियों से संपर्क के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रही पाक सेना
बता दें कि जोधपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों के पास से फोन मिलना तो आम बात हो गई है. कई बार तो ये इन अपराधियों के सोशल साइट्स पर फोटो डालने की भी पुष्टि हुई थी. लेकिन सरकार और जेल प्रबंध इस पर अंकुश नहीं लगा पा रही है. साथ ही कुछ वर्षों पहले सेंट्रल जेल के जेलर की चाकू से हत्या की गई थी.
पढ़ें- कश्मीर के लोग सड़क पर आएंगे तो स्थिति बहुत खराब होगी: पीडीपी सांसद
बावजूद इसके जोधपुर सेंट्रल जेल की ऐसी घटनाओं का सामने आना कहीं ना कहीं जोधपुर सेंट्रल जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है. फिलहाल प्रताप नगर थाना पुलिस द्वारा इस मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद दोनों कैदियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी. डीसीपी का कहना है कि इस पूरे मामले में आने वाले समय में एक बड़े गिरोह का खुलासा होगा. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.