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Sanjeevani Scam : एसओजी की संभावित कार्रवाई के खिलाफ गजेंद्र शेखावत की याचिका पर सुनवाई आज - संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाला

Sanjeevani Credit Cooperative Society Scam Case, एसओजी की संभावित कार्रवाई से बचने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फिर हाईकोर्ट की शरण ली है. जोधपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका में शेखावत ने उनके खिलाफ एसओजी के चालान पेश करने पर रोक लगाने की मांग की है, जिस पर आज जस्टिस कुलदीप माथुर की अदालत में सुनवाई होनी है.

Sanjivani Scam Case
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 18, 2023, 12:46 PM IST

Updated : Oct 18, 2023, 12:56 PM IST

जोधपुर. संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाला मामले में अब एसओजी ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को घेरने की तैयारी कर ली है. ऐसा माना जा रहा है कि हाल ही में एसओजी ने जो शेखावत को नोटिस दिया था, वो उनके खिलाफ चालान पेश करने की पहली औपचारिकता थी, जिससे कोर्ट में बताया जा सके कि उनकी क्या भूमिका रही है. वहीं, अब एसओजी की संभावित कार्रवाई से बचने के लिए शेखावत ने फिर हाईकोर्ट की शरण ली है. जोधपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका में शेखावत ने उनके खिलाफ एसओजी के चालान पेश करने पर रोक लगाने की मांग की है, जिस पर बुधवार को जस्टिस कुलदीप माथुर की अदालत में सुनवाई होनी है.

सबसे खास बात यह है कि शेखावत के मामले को लेकर सरकार ने देश के जाने माने वकील हरिन पी रावल को नियुक्त किया है, जो जोधपुर हाईकोर्ट में सरकार की ओर से पैरवी करेंगे. इधर, 30 अक्टूबर को हाईकोर्ट में इस साल फरवरी माह में शेखावत के खिलाफ दायर एसओजी की रिपोर्ट के मूल मामले में भी सुनवाई होनी है. ऐसे में माना जा रहा है तब तक एसओजी जयपुर कोर्ट में चालान पेश कर सकती है.

इसे भी पढ़ें - Sanjeevani Scam : एसओजी ने केंद्रीय मंत्री शेखावत और उनके परिवार को माना आरोपी, कोर्ट में पेश की रिपोर्ट

दंडात्मक कार्रवाई पर पहले से रोक : कोर्ट ने पहले ही शेखावत के खिलाफ इस मामले में दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दिया है, जिसकी वजह से एसओजी शेखावत को गिरफ्तार नहीं कर सकती है. हालांकि, उन्हें जांच में सहयोग करना होगा. यही कारण है कि एसओजी चालान पेश कर उनको पूछताछ के लिए बुलाना चाहती है. जानकारों का कहना है​ कि चालान पेश करना दंडात्मक कार्रवाई में नहीं आता है. ऐसे कोर्ट से राहत मिलना मुश्किल है. अगर एसओजी चालान पेश कर देती है तो आने वाले समय में मामले की ट्रॉयल शुरू हो जाएगी, जो शेखावत नहीं चाहते हैं. ऐसे में इससे उनका सियासी करियर प्रभावित होगा. यही कारण है कि उन्होंने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है.

इसे भी पढ़ें - ईडी को एसओजी से जवाब! केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस देकर घेरने की कोशिश

जानकारों की मानें तो 2019 में दर्ज इस मामले में फिलहाल तक जयपुर कोर्ट में तीन चार्जशीट दायर हो चुकी है. अब आरोपियों ​की गिरफ्तारी से पूर्व एसओजी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर रही है और ये क्रम आगे भी जारी रहेगी. इसके तहत एसओजी चाहेगी तो शेखावत के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश करेगी. ​सभी चार्जशीट एक-दूसरे से लिंक होती है. मामले में संजीवनी के मालिक विक्रम सिंह के अलावा कई लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें शेखावत के करीबी डाकलिया परिवार के लोग भी शामिल हैं. इनमें कई को जमानत भी मिल चुकी है, लेकिन एसओजी ने उनको आरोपी बनाया है.

जोधपुर. संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाला मामले में अब एसओजी ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को घेरने की तैयारी कर ली है. ऐसा माना जा रहा है कि हाल ही में एसओजी ने जो शेखावत को नोटिस दिया था, वो उनके खिलाफ चालान पेश करने की पहली औपचारिकता थी, जिससे कोर्ट में बताया जा सके कि उनकी क्या भूमिका रही है. वहीं, अब एसओजी की संभावित कार्रवाई से बचने के लिए शेखावत ने फिर हाईकोर्ट की शरण ली है. जोधपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका में शेखावत ने उनके खिलाफ एसओजी के चालान पेश करने पर रोक लगाने की मांग की है, जिस पर बुधवार को जस्टिस कुलदीप माथुर की अदालत में सुनवाई होनी है.

सबसे खास बात यह है कि शेखावत के मामले को लेकर सरकार ने देश के जाने माने वकील हरिन पी रावल को नियुक्त किया है, जो जोधपुर हाईकोर्ट में सरकार की ओर से पैरवी करेंगे. इधर, 30 अक्टूबर को हाईकोर्ट में इस साल फरवरी माह में शेखावत के खिलाफ दायर एसओजी की रिपोर्ट के मूल मामले में भी सुनवाई होनी है. ऐसे में माना जा रहा है तब तक एसओजी जयपुर कोर्ट में चालान पेश कर सकती है.

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दंडात्मक कार्रवाई पर पहले से रोक : कोर्ट ने पहले ही शेखावत के खिलाफ इस मामले में दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दिया है, जिसकी वजह से एसओजी शेखावत को गिरफ्तार नहीं कर सकती है. हालांकि, उन्हें जांच में सहयोग करना होगा. यही कारण है कि एसओजी चालान पेश कर उनको पूछताछ के लिए बुलाना चाहती है. जानकारों का कहना है​ कि चालान पेश करना दंडात्मक कार्रवाई में नहीं आता है. ऐसे कोर्ट से राहत मिलना मुश्किल है. अगर एसओजी चालान पेश कर देती है तो आने वाले समय में मामले की ट्रॉयल शुरू हो जाएगी, जो शेखावत नहीं चाहते हैं. ऐसे में इससे उनका सियासी करियर प्रभावित होगा. यही कारण है कि उन्होंने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है.

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जानकारों की मानें तो 2019 में दर्ज इस मामले में फिलहाल तक जयपुर कोर्ट में तीन चार्जशीट दायर हो चुकी है. अब आरोपियों ​की गिरफ्तारी से पूर्व एसओजी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर रही है और ये क्रम आगे भी जारी रहेगी. इसके तहत एसओजी चाहेगी तो शेखावत के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश करेगी. ​सभी चार्जशीट एक-दूसरे से लिंक होती है. मामले में संजीवनी के मालिक विक्रम सिंह के अलावा कई लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें शेखावत के करीबी डाकलिया परिवार के लोग भी शामिल हैं. इनमें कई को जमानत भी मिल चुकी है, लेकिन एसओजी ने उनको आरोपी बनाया है.

Last Updated : Oct 18, 2023, 12:56 PM IST
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