जोधपुर. शेरगढ़ विधायक मीना कंवर और उनके पति की रातनाडा थाना में हेड कांस्टेबल के साथ हुई बहस के मामले में हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है. जिला उपायुक्त कार्यालय ने इसके आदेश भी जारी कर दिए है. खास बात यह है कि उपायुक्त कार्यालय से जारी आदेश में लिखा गया है कि जांच अपेक्षित होने के चलते कांस्टेबल कार्रवाई की गई है, जबकि जांच के आदेश घटना के अगले दिन हो गए थे. इसके दस दिन बाद यह कार्रवाई की गई.
पुलिस के सूत्रों की माने तो विधायक की ओर लगातार इस मामले में एतराज जताए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. दरअसल 18 अक्टूबर को शेरगढ विधायक मीना कंवर और उनके पति उमेदसिंह अपने परिवार के बच्चों को छुडाने के लिए थाने गए थे. जहां उनका चालान किया गया था. इस दौरान हेड कांस्टेबल रामकेश मीणा से उनकी बहस हुई थी. मामला इतना बढ गया था कि विधायक और उनके पति थाने में जमीन पर बैठ गए और धरना देने लगे. जिसके बाद डीसीपी के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.
हंगामे का एक पुलिसकर्मी ने इसका वीडियो बना लिया था. जिसे डिलीट करने की बात हुई थी. लेकिन अगले दिन वीडियो वायरल हो गया. जिसको लेकर विधायक ने डीसीपी से एतराज जताया. पुलिस अधिकारी भी इस बात से हैरान थे कि आखिरकार वीडियो वायरल क्यों किया गया? वीडियो आने के बाद विधायक ने अपना पक्ष रखा. जिसमें सामने आया कि परिवार के बच्चों को शराब पीकर गाडी चलाने का चालान किया गया तो वे छुडाने गए क्योंकि पुलिसकर्मियों ने उन्हें रात भर लॉकअप रखने की बात कही थी.
इसके अलावा गाड़ी का चालान अगले दिन कोर्ट में जमा कर छुड़वाई गई. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने वीडियो वायरल कर दिया. इस मामले की शिकायत सीएम तक की गई. जिसके बाद डीसीपी ने जांच के आदेश दिए थे. जांच अभी कहां तक पहुंची है. इसका पुलिस ने खुलासा नहीं किया है लेकिन हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है