जोधपुर. हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अशोक चोपड़ा के घर पर बेहोशी की दवा देकर लूट (Handicraft businessman loot in Jodhpur) कर भागे नौकरों को अभी जोधपुर पुलिस नहीं पकड़ पाई है. अलबत्ता नागौर जिले के कुचामन में नेपाली नौकर अपने जिस परिचित के यहां रूके थे. उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार 4 आरोपियों के अलावा कुछ और लोग इस प्लान में शामिल हो सकते हैं.
इधर कुचामन गए एसीपी देरावरसिंह हिरासत में लिए नेपाली को जोधपुर लेकर आ रहे हैं. इसके अलावा दो संदिग्ध और भी पुलिस की नजर में हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है. कुचामन में दो दिन से घूम रही पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं, लेकिन मुख्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्तर से दूर है. यह भी सामने आया कि आरोपी कुचामन में दो कार किराए कर लेकर गए थे. जिनके चालक वापस आए तो उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि एक कार दिल्ली एअरपोर्ट गई थी. जबकि एक जयपुर गई थी.
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गौरतलब है कि शनिवार रात को नेपाली नौकरों ने अशोक चोपड़ा, उसकी बेटी व दो ड्राइवर को खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर दी थी. उसके बाद वे घर से किमती सामान लेकर चोपड़ा की कार से निकल गए थे. कार कुचामन के पास मिली, तो पुलिस ने वहां पड़ताल की तो वहां लॉकर भी मिल गया था. दिल्ली और जयपुर के लिए हुए रवाना: जोधपुर से कुचामन पहुंचे आरोपियों ने अपने परिचित जो गैस गोदाम में काम करता है उसके यहां पार्टी की थी. इसके बदले चांदी समझ कर व्हाइट गोल्ड यानी प्लेटिनियम के कई आभूषण देकर गए थे. उसके बाद यहां से उनके दो कारों से जयपुर और दिल्ली के लिए रवाना होने की बात सामने आई है. कुचामन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की टीमें उनका पीछा कर रही है.
दो कारों में आए थे कुचामन: अशोक चोपड़ा के घर से निकले चारों आरोपी लक्ष्मी, मंजिल, बहादुर व मंजू आगे जाकर दो कारों में शिफ्ट हो गए. ऐसा माना जा रहा है कि जब वे यहां से निकले, तो उन्हें लेने के लिए एक कार आई थी. जिसमें दो आरोपी शिफ्ट हुए. कुचामन दो कारें ही पहुंची थीं. इससे इस बात को भी बल मिल रहा है कि चार के अलावा कुछ लोग और हैं जो इस प्लान में शामिल थे.